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जापान से लौटे व्यक्ति में मिले कोरोना वायरस लक्षण, सुशीला तिवारी अस्पताल में किया भर्ती

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Published : Mar 5, 2020, 6:41 PM IST

हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में जापान से लौटे एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर भर्ती किया गया है. जांच में उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने मरीज के ब्लड सैंपल जांच के लिए आगे भेज दिया है. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि मरीज में कोरोना वायरस का लक्षण है या नहीं?

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कोरोना वायरस

हल्द्वानीः सुशीला तिवारी अस्पताल में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज के भर्ती होने के बाद अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. हालांकि, मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं. फिलहाल, मरीज के ब्लड सैंपल जांच के लिए आगे भेज दिया है. वहीं, कोरोना को लेकर अस्पताल प्रशासन ने 20 बेडों का आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किए हैं.

कोरोना वायरस का संदिग्ध भर्ती.

दरअसल, जापान से लौटे एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण की सूचना पर उसे सुशीला तिवारी अस्पताल में लाया गया था. जहां पर जांच करने पर उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने मरीज के ब्लड सैंपल जांच के लिए आगे भेज दिया है. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि मरीज में कोरोना वायरस का लक्षण है या नहीं?

ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस: दून अस्पताल प्रबंधन ने विभागीय पत्र को बताया फर्जी, कहा- अफवाह न फैलाएं

सुशीला तिवारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि एक व्यक्ति जापान से लौटा था. जिसमें खांसी की कुछ लक्षण पाए गए थे, लेकिन वह पूरी तरह से ठीक है और उसे आराम करने की सलाह दी गई है. साथ ही कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर अस्पताल प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. अस्पताल में 20 वार्ड का आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. जहां पर कोरोना से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा सके.

डॉक्टर अरुण जोशी के मुताबिक कोरोना से डरने की कोई जरूरत नहीं है. इस मौसम में सामान्य सर्दी, जुखाम-बुखार की स्थिति बनी रहती है. जो इलाज से ठीक हो जाता है. उन्होंने कहा कि इस तरह से किसी मरीज में लक्षण पाए जाते हैं तो उसे तत्काल डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है. ऐसे में समय रहते ही इसका इलाज किया जाए तो ठीक हो हो सकता है.

ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस: स्वास्थ्य विभाग खुद फैला रहा अफवाह, विभागीय पत्र से मचा कोहराम

वहीं, उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की टीम लगातार ऐसे मरीजों की निगरानी कर रही है, जो सर्दी जुखाम या बुखार से पीड़ित हैं. साथ ही लोगों को भीड़भाड़ वाले जगहों में जाने से बचना चाहिए और इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक होने की जरूरत है.

हल्द्वानीः सुशीला तिवारी अस्पताल में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज के भर्ती होने के बाद अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है. हालांकि, मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं. फिलहाल, मरीज के ब्लड सैंपल जांच के लिए आगे भेज दिया है. वहीं, कोरोना को लेकर अस्पताल प्रशासन ने 20 बेडों का आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किए हैं.

कोरोना वायरस का संदिग्ध भर्ती.

दरअसल, जापान से लौटे एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण की सूचना पर उसे सुशीला तिवारी अस्पताल में लाया गया था. जहां पर जांच करने पर उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने मरीज के ब्लड सैंपल जांच के लिए आगे भेज दिया है. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि मरीज में कोरोना वायरस का लक्षण है या नहीं?

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सुशीला तिवारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि एक व्यक्ति जापान से लौटा था. जिसमें खांसी की कुछ लक्षण पाए गए थे, लेकिन वह पूरी तरह से ठीक है और उसे आराम करने की सलाह दी गई है. साथ ही कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर अस्पताल प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. अस्पताल में 20 वार्ड का आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. जहां पर कोरोना से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जा सके.

डॉक्टर अरुण जोशी के मुताबिक कोरोना से डरने की कोई जरूरत नहीं है. इस मौसम में सामान्य सर्दी, जुखाम-बुखार की स्थिति बनी रहती है. जो इलाज से ठीक हो जाता है. उन्होंने कहा कि इस तरह से किसी मरीज में लक्षण पाए जाते हैं तो उसे तत्काल डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है. ऐसे में समय रहते ही इसका इलाज किया जाए तो ठीक हो हो सकता है.

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वहीं, उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की टीम लगातार ऐसे मरीजों की निगरानी कर रही है, जो सर्दी जुखाम या बुखार से पीड़ित हैं. साथ ही लोगों को भीड़भाड़ वाले जगहों में जाने से बचना चाहिए और इस बीमारी को लेकर लोगों को जागरूक होने की जरूरत है.

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