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रामनगर: एसटीपी प्लांट के तहत 6 नालों को किया जाएगा प्रदूषण मुक्त, कार्य शुरू

रामनगर में गंदगी को नालों में गिरने से रोकने के लिए एसटीपी प्लांट का कार्य शुरू हो गया है.यह प्लांट 6 नालों को प्रदूषण मुक्त करेगा.

एसटीपी प्लांट का निर्माण कार्य प्रारंभ,
एसटीपी प्लांट का निर्माण कार्य प्रारंभ,
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Published : Feb 3, 2020, 9:45 AM IST

Updated : Feb 3, 2020, 12:13 PM IST

रामनगरः नमामि गंगे परियोजना के तहत रामनगर में एसटीपी प्लांट ( सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्लांट को बनाने का जिम्मा आरके इंजीनियर कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है. बता दें कि रामनगर में 52 करोड़ रुपए की लागत से नमामि गंगे परियोजना के तहत एसटीपी प्लांट का कार्य शुरू हो गया है.

एसटीपी प्लांट का निर्माण कार्य प्रारंभ.

गंदे नालों का पानी नदियों में गिरता था और उसको जीव-जंतु पीते है, वहीं दूषित पानी पीने से जंगली जानवर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. लेकिन इसके बनने के बाद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से इन नालों के पानी को प्रदूषण मुक्त करने के पश्चात ही नदी मे छोडा जाएगा.

यह भी पढ़ेंः ऋषिकेशः स्ट्रीट लाइट को लेकर धरने पर बैठे पार्षद पति-पत्नी, कही ये बात

यह प्लांट पंपापुरपूरी, फूलताल, बल्दियापड़ाव, क्रियागस्त, कोसी रोड नाला और गुलरघट्टी के नालों को प्रदूषण मुक्त करेगा. पेयजल विभाग द्वारा आरके इंजीनियर को यह कांट्रेक्ट दिया गया है. पेयजल विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया इस बनने में लगभग 1 साल लगेगा.

रामनगरः नमामि गंगे परियोजना के तहत रामनगर में एसटीपी प्लांट ( सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्लांट को बनाने का जिम्मा आरके इंजीनियर कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है. बता दें कि रामनगर में 52 करोड़ रुपए की लागत से नमामि गंगे परियोजना के तहत एसटीपी प्लांट का कार्य शुरू हो गया है.

एसटीपी प्लांट का निर्माण कार्य प्रारंभ.

गंदे नालों का पानी नदियों में गिरता था और उसको जीव-जंतु पीते है, वहीं दूषित पानी पीने से जंगली जानवर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. लेकिन इसके बनने के बाद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से इन नालों के पानी को प्रदूषण मुक्त करने के पश्चात ही नदी मे छोडा जाएगा.

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यह प्लांट पंपापुरपूरी, फूलताल, बल्दियापड़ाव, क्रियागस्त, कोसी रोड नाला और गुलरघट्टी के नालों को प्रदूषण मुक्त करेगा. पेयजल विभाग द्वारा आरके इंजीनियर को यह कांट्रेक्ट दिया गया है. पेयजल विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया इस बनने में लगभग 1 साल लगेगा.

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intro.- नमामि गंगे परियोजना के तहत रामनगर में एसटीपी निर्माण कार्य शुरू हुआ पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्लांट को बनाने का जिम्मा आरके इंजीनियर कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा किया जा रहा है कार्य।


Body:vo.-o.- नमामि गंगे परियोजना के तहत रामनगर में एसटीपी निर्माण कार्य शुरू हुआ ।पीपीपी मोड पर बनने वाले इस प्लांट को बनाने का जिम्मा आरके इंजीनियर कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा किया जा रहा है कार्य।
आपको बता दें कि रामनगर में 52 करोड रुपए की लागत से नमामि गंगे परियोजना के तहत एसटीपी प्लांट का कार्य शुरू हो गया है, जो गंदे नालों का पानी नदियों में गिरता था और उसको जीव जंतु पीते थे ।जिससे वे बीमार पड़ते थे और बीमारियां भी फैलती थी। उसको अब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट करके यह नालों के पानी को पोलूशन मुक्त करेगा। यह एसटीपी प्लांट रामनगर के 6 नालों को पॉल्युशन मुक्त करेगा। पंपापुरपूरी,फूलताल,बल्दियापड़ाव, क्रियागस्त,कोसी रोड नाला और गुलरघट्टी के नालों को पॉल्यूशन मुक्त करेगा। चार लालू के पानी को इकट्ठा करने के लिए इसका सम बलिया पढ़ाओ भरतपुरी में बनाया गया है ।पेयजल विभाग द्वारा आरके इंजीनियर को यह कांटेक्ट दिया गया है। वहीं इस मामले पेयजल विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया इसमें लगभग 1 साल लगेगा।
byte.-प्रमोद त्यागी( अधिशासी अभियंता)


Conclusion:
Last Updated : Feb 3, 2020, 12:13 PM IST
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