रामनगर: यातायात व्यवस्था को दुरस्त करने व डंपर वाहनों की गति पर नियंत्रण लगाए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार कोकांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीरुमदारा क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर जाम लगाया. इस दौरान कांग्रेसियों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. हाईवे पर जाम लगाने की सूचना मिलते ही एसडीएम विजय लाल शुक्ल मौके पर पहुंचे और कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत सिंह रावत को समझाया, लेकिन कांग्रेस अपनी मांग पर अड़े रहे.
दरअसल, गुरुवार रात को कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत की कार को पीरुमदारा क्षेत्र में तेज रफ्तार डंपर ने टक्कर मार दी थी. इस हादसे में कोई घायल तो नहीं हुआ था, लेकिन रावत की कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी. इस घटना के बाद कांग्रेसियों ने शुक्रवार को पीरुमदारा में नेशनल हाईवे-309 को करीब एक घंटे तक जाम रखा. जिस कारण हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी, हालांकि बाद में पुलिस ने इस रूट डायवर्ट कर दिया.
पढ़ें- आज मसूरी पहुंचेंगे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, आगामी चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से करेंगे चर्चा
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने कहा कि पिरूमदारा क्षेत्र में सड़क हादसों के कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है. जिस पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने करीब एक महीने पहले चौकी इंचार्ज को निलंबित करने की कार्रवाई की थी. बावजूद इसके सड़क हादसे में कोई कमी नहीं आई.
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जहां एक ओर यातायात व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतरी हुई है तो वहीं डंपरों की बेलगाम गति से भी कई बार दुर्घटनाएं घट रही है .उन्होंने पुलिस पर अवैध वसूली करने का भी आरोप लगाते हुए क्षेत्र में जिला पंचायत के नाम पर बैरियर लगाकर हो रही अवैध वसूली पर भी रोक लगाने की मांग की. साथ ही उन्होंने डंपर वाहनों की गति पर नियंत्रण करने के साथ ही यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने को भी कहा है. सरकार पर भी कई गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार को जनहित में इस मामले को लेकर ठोस रणनीति बनानी चाहिए. वहीं, मांगें पूरी ना होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है. जाम की सूचना पर एसडीएम विजय लाल शुक्ल, सीओ बलजीत सिंह भाकुनी और एसएसआई जयपाल सिंह चौहान भी मौके पर पहुंचे. एसडीएम ने कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष को जाम खोलने के लिए काफी समझाया लेकिन प्रदर्शकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे.