हल्द्वानी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर हलचल तेज है. वहीं, कांग्रेस पार्टी से संभावित दावेदारों की इन दिनों पार्टी द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है. कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी (Congress Screening Committee) के चेयरमैन अविनाश पांडे उत्तराखंड की सभी विधानसभा सीटों से संभावित प्रत्याशियों की स्क्रीनिंग करने में लगे हुए हैं, जिससे कि जिताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जा सके. लेकिन टिकट बंटवारे से पहले कांग्रेस में सिर फुटव्वल शुरू हो गयी है. कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों ने अपनी ही पार्टी के संभावित दावेदारों का विरोध करना शुरू कर दिया है.
अगर किच्छा विधानसभा सीट की बात करें तो कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता गणेश उपाध्याय ने कहा कि जो व्यक्ति दो बार विधानसभा चुनाव हार कर दूसरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहता है वह उसका पूरा विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि वह पिछले कई सालों से पार्टी के लिए काम करते आ रहे हैं और पार्टी के अहम पदों पर काम करते हुए पार्टी के लिए काम किया है. टिकट में उनको प्राथमिकता दी जाए.
गणेश उपाध्याय ने कहा कि ऐसे लोगों को टिकट नहीं दिया जाए जो अपने विधानसभा सीट से भारी मतों से हार चुके हैं और दूसरी विधानसभा सीट में जाकर अपनी किस्मत आजमाने की कोशिश कर रहे हैं.
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कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता गणेश उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष तिलकराज बेहड़ रुद्रपुर विधानसभा सीट से दो बार हार चुके हैं. ऐसे में वो अब किच्छा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं जिसका वह पुरजोर विरोध करेंगे. जो व्यक्ति अपनी विधानसभा सीट से 2 बार हार चुका है जिसको जनता नकार चुकी है उसको दूसरी विधानसभा सीट से टिकट नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वह कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी वेणु गोपाल (Congress General Secretary KC Venu Gopal) से मुलाकात कर चुके हैं अगर बेहड़ को टिकट मिलता है तो किसी भी कीमत पर कांग्रेस कार्यकर्ता तिलकराज बेहड़ को चुनाव नहीं लड़ाएंगे. इस मामले को वह स्क्रीनिंग कमेटी के सामने भी उठा चुके हैं.
स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडे का कहना है कि सभी कांग्रेसी एकजुट हैं. जिसको भी टिकट दिया जाएगा, कांग्रेस कार्यकर्ता उसको पूरे जोर से चुनाव लड़ाएंगे.