हल्द्वानीः उत्तराखंड में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में अब लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऑनलाइन आवेदन करने के बाद लर्निंग मैसेज के लिए अब दो से तीन महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है.
यही नहीं ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन के नाम पर सीएससी सेंटर ग्राहकों से मोटा मुनाफा भी कमा रहे हैं, लेकिन परिवहन विभाग देखकर भी अनजान बना हुआ है. नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत बिना लाइसेंस वाहन चलाने वालों पर भारी जुर्माने के बाद लाइसेंस बनवाने वालों की तादाद में कई गुना वृद्धि हुई है. यही नहीं नए परिवहन एक्ट के तहत अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया की गई है.
जिसके लिए परिवहन विभाग ने कॉमन सर्विस सेंटर को अधिकृत किया है, लेकिन सीएससी सेंटर ग्राहकों की मजबूरी का फायदा उठाकर आवेदन के नाम पर ₹100 से 200 ले रहे हैं. यही नहीं तकनीकी दिक्कतों के चलते ऑनलाइन आवेदन करने के बाद भी लर्निंग लाइसेंस के लिए ग्राहकों को 60 दिन से 90 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है.
हल्द्वानी संभागीय परिवहन कार्यालय में पहले आवेदन के दूसरे दिन लाइसेंस बन जाते थे. रोजाना 100 से 150 लाइसेंस बनते थे, लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया हो जाने के बाद अब 50 से 70 ही लाइसेंस बन पा रहे हैं.
नए एक्ट में बिना लाइसेंस वाहन चलाने पर कठोर कार्रवाई का प्रावधान है. जुर्माना ₹1500 से बढ़ाकर अब 5,000 किया गया है. ऐसे में अब लोग भारी तादाद में लाइसेंस भी बनवा रहे हैं.
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वहीं इस पूरे मामले में संभागीय परिवहन अधिकारी राजीव मेहरा का कहना है कि ऑनलाइन आवेदन में कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते लाइसेंस बनाने में थोड़ी देरी हो रही है. ऑनलाइन आवेदन के नाम पर कॉमन सर्विस सेंटर द्वारा निर्धारित फीस से अगर अधिक फीस लेते हुए शिकायत मिलेगी तो उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई भी करेगा.