रामनगर: हजारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, पर मां अकेले ही काफी है, बच्चों की जिंदगी को स्वर्ग बनाने के लिए. मां के आंचल में ही तो सारी दुनिया समाई है. तभी तो मां का स्थान सबसे ऊपर है. क्यों न समय बदल जाए या दुनिया बदल जाए पर मां का प्यार न कभी बदला है और न कभी बदलेगा. आज अंतरराष्ट्रीय मदर्स डे मौके पर नैनीताल के रामनगर में बच्चों ने मां के साथ कुछ यूं अंदाज में मदर्स डे मनाया.
बता दें कि कोरोना वायर से बढ़ते प्रकोप के चलते देशभर में 17 मई तक लॉकडाउन है. ऐसे में सारे काम-काज ठप होने के कारण लोग अपने घरों में कैद हैं. ऐसे में लॉकडाउन ने इस बार लोगों को अपने परिवार के साथ समय बीताने का मौका भी दिया है. रामनगर के रहने वाले रोहित बेलवाल का कहना है कि आज वो जो कुछ भी हैं, अपनी मां की बदौलत हैं, ऐसे में वह लॉकडाउन का पूरा फायदा उठाते हुए अपने मां के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बीता रहे हैं. आज उन्होंने मदर्स डे पर उनके साथ लूडो खेला और साथ बैठकर रामायण भी देखा. यही वजह है कि इस बार उनके लिए मदर्स डे और खास हो गया.
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मनोरमा बेलवाल बताती है कि उनका बेटा बाहर नौकरी करता है, लेकिन लॉकडाउन के चलते वह इस समय घर पर है. वैसे तो जब बच्चे मां के पास होते हैं, तो उसका हर दिन ही खास होता है. लेकिन आज वह सब मिलकर मदर्स डे सेलिब्रेट कर रहे हैं, तो यह उनके लिए खुशी की बात है.