हल्द्वानी: शहर के बीचों-बीच करीब साढ़े 6 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे नहर कवरिंग के निर्माण कार्य के गुणवत्ता पर सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता ने सवाल खड़े किए हैं. सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता संजय शुक्ला ने कहा है कि नहर कवरिंग निर्माण कार्य का उन्होंने औचक निरीक्षण किया गया है, जहां निर्माण कार्य में कई तरह की खामियां पाई गई हैं. नियमों को ताक पर रख घटिया क्वालिटी का मैटेरियल लगाया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कार्य की जांच के निर्देश दिए हैं.
औचक निरीक्षण के दौरान पाया गया कि निर्माण कार्य में पक्के पत्थर लगाए जाने के बजाय कच्चे पत्थर लगाए जा रहे हैं. यहां तक कि निर्माण कार्य में लगाए गए कई आरसीसी स्लैब नीचे-ऊपर हो गए हैं, जिससे शंका पैदा हो रही है कि निर्माण कार्य में मटेरियल क्वालिटी घटिया हो सकती है. यहां तक कि नहर कवरिंग का कार्य मानसून सीजन से पहले 23 मई तक ठेकेदार द्वारा पूरा होना है. लेकिन ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरतते हुए अभी तक केवल 60% ही काम हो पाया है. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी चोरी करने का भी मामला सामने आ चुका है.
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वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य अभियंता ने अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग को जांच के निर्देश दिए हैं. साथ ही मामले में विभाग के उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन नहर कवरिंग पर भारी वाहन चलने हैं. ऐसे में गुणवत्ता पर किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा. आवश्यकता पड़ने पर ठेकेदार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. गौरतलब है कि शहर के बीचों-बीच स्टेट बैंक से लेकर नवाबी रोड तक करीब 712 मीटर नहर कवरिंग का कार्य करीब 6.5 करोड़ रुपए की लागत से होना है. नहर कवरिंग कार्य पूरे हो जाने से जहां शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी तो वहीं कालाढूंगी की ओर जाने वाले लोगों का समय भी बचेगा.