रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की रामगंगा नदी में इनदिनों जलीय जीवों की गणना का कार्य शुरू हो गया. ऐसे में सीटीआर की टीम ने विभिन्न रेजों में जलीय जीवों की आंकड़े संकलित करने शुरू कर दिये हैं. वहीं, फरवरी 2020 में हुई गणना में रिजर्व में घड़ियाल और ऊदबिलाव की संख्या में कमी देखी गई थी. हालांकि, टीम का कहना था कि बरसात में गंदे पानी की वजह से जलीय जीवों की गणना ठीक नहीं हो पाई थी. इसलिए इन जीवों की दोबारा गणना की जा रही है.
सीटीआर की उपनिदेशक कल्याणी का कहना है कि रामगंगा व धारा नदी में जलीय जीवों की गणना के लिए दो टीमें बनाई थी, 22 नवंबर को जल्याजीवों की गणना की जानी थी लेकिन खराब मौसम रहते हुए उस समय नहीं यह गणना नहीं हो पाई. ऐसे में हम अब विभिन्न रेंजों से जलीय जीवों के आंकड़े इकठ्ठे कर रहे हैं. जल्द ही आंकड़ों को सार्वजनिक कर दिया जाएगा.
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आपको बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 2008 के बाद जलीय जीवों की गणना 2020 में की गई थी, गणना के नतीजे फरवरी 2020 में जारी किये गए थे. जिसमें 2008 के मुकाबले जलीय जीवों की संख्या में काफी कमी देखी गई थी, हालांकि बरसात की वजह से गंदले पानी में जलीय जीवों की गणना ठीक से नहीं हो पाई. लिहाजा, कॉर्बेट प्रशासन पुन: जलीय जीवों की गणना कर रहा है.
कॉर्बेट प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक, पार्क में साल 2008 में 50 मगरमच्छ पाए गए थे, जिनकी संख्या साल 2020 की गणना में 98 पाई गई. वहीं, 2008 घड़ियाल की संख्या 109 पाई गई थी, जो साल 2020 की गणना में घटकर 62 रह गई. जबकि, साल 2008 में ऊतबिलाऊ की संख्या 74 आंकी गई थी, जो साल 2020 में घटकर महज 22 रह गई है.