रामनगर: क्षेत्र में तेज आंधी तूफान ने कई स्थानों पर अपना कहर बरपाया है. आंधी तूफान आने के बाद नेशनल हाईवे पर पेड़ गिर गया है. साथ ही आम और लीची की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है. जिससे किसानों के चेहरे पर उदासी देखी जा रही है.
बता दें कि आंधी तूफान की चपेट में आने से सड़क किनारे लगे कई खोखे इसकी चपेट में आ गए हैं. बगीचों में खड़ी आम और लीची की फसल भी आंधी तूफान की भेंट चढ़ गई है. साथ ही नेशनल हाईवे 309 स्थित ग्राम चिलकिया के पास विद्युत पावर हाउस के सामने एक विशाल पेड़ बीच सड़क पर गिर गया. जिससे सड़क के दोनों तरफ घंटों तक यातायात व्यवस्था बाधित रहा. इससे 3 घंटे तक राहगीर अपने वाहनों के साथ हाईवे पर फंसे रहे. पेड़ की टहनियां बिजली की 33 केवी लाइन पर गिरने के बाद शहर की विद्युत आपूर्ति 2 घंटे तक ठप रही. वहीं, सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने जेसीबी मशीन की मदद से सड़क पर गिरे पेड़ को हटाकर यातायात बहाल कराया.
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विद्युत विभाग के जेई दुर्गेश जोशी ने बताया कि क्षेत्र में करीब 2 घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित रही. जिसे बाद में सुचारू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा कुछ अन्य विद्युत फीडरों पर भी पेड़ की टहनियां गिरने के बाद उन इलाकों में भी बिजली आपूर्ति ठप है. जिसे सुचारू करने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया है.
गुरुवार सुबह आया आंधी तूफान कई परिवारों के लिए मुसीबत बन कर आया है. कई लोगों के आशियानें उजड़ गए हैं. दरअसल कालाढूंगी में एक बुजुर्ग के ऊपर पेड़ का एक हिस्सा टूटकर गिर गया. जिससे बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हुई है. बताया जा रहा कि कालाढूंगी थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर एक निवासी 62 वर्षीय चंद्र रामदास तूफान के समय अपने घर से बाहर निकालकर सड़क के किनारे खड़े थे, तभी तूफान से पेड़ का एक हिस्सा टूट कर उनके ऊपर जा गिरा. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए.
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