हल्द्वानी: नैनीताल के ओखलकांडा के छीड़ाखान-रीठा साहिब मोटर मार्ग में बीते दिन वाहन हादसे में नौ लोगों की मौत के बाद लोग शासन-प्रशासन व स्थानीय विधायक पर सवाल खड़े कर रहे हैं. पूर्व दर्जा राज्य मंत्री व राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरु ने कहा कि नौ लोगों की मौत सड़क बनाने वाले संबंधित विभाग, स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधि की लापरवाही की वजह से हुई है. उन्होंने इस मामले में जल्द दोषियों के पर मुकदमा दर्ज करने को कहा.
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा भी मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. हरीश पनेरु ने कहा कि अग्नि पीड़ित मृतकों को चार लाख रुपए सरकार मुआवजा दे रही है, जबकि सड़क हादसे में 2 लाख की मुआवजा देकर मृतकों के परिवार वालों के साथ भेदभाव कर रही है. उन्होंने कहा कि जिस सड़क पर हादसा हुआ है उसे दुरुस्त करने की पिछले कई साल मांग की जा रही थी. बावजूद शासन-प्रशासन और स्थानीय विधायक लोगों के मरने का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक के कहने पर जिलाधिकारी भी उस सड़क के निरीक्षण में नहीं गई.
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हरीश पनेरु सहित ओखलकांडा के जनप्रतिनिधियों ने कहा कि फिलहाल पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है, एक मासूम बच्चा जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है, उसके उपचार के लिए भी शासन-प्रशासन को समुचित व्यवस्था करनी चाहिए. अगर एयर लिफ्ट करने की नौबत आए तो उसकी व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जानी चाहिए. ऐसे हालातों में यदि सड़क नहीं बनी तो ग्रामीणों के साथ बड़ा आंदोलन किया जाएगा. समस्या को लेकर एक ज्ञापन राज्यपाल को भी भेजा जाएगा.
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उन्होंने कहा कि अभी भी सड़क पर कई जगह से मलबा पड़ा है, जो हादसों को दावत दे रहा है. गौरतलब है कि 9 जनवरी 2022 को ओखलकांडा ब्लॉक में रीठा साहिब रोड पर एक पिकअप गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमे 5 यात्रियों की मौत हुई थी.