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हल्द्वानीः पीएफ में घपला करने वाले स्कूलों और अस्पतालों पर गिरेगी गाज, विभाग ने कसी कमर

कर्मचारी भविष्य निधि ( ईपीएफओ) विभाग अभियान के तहत उन स्कूलों और अस्पतालों पर शिकंजा कसने जा रहा है, जो ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं हैं.

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Published : Dec 28, 2019, 10:23 AM IST

Updated : Dec 28, 2019, 10:48 AM IST

Haldwani News
कॉन्सेप्ट इमेज.

हल्द्वानी: कर्मचारी भविष्य निधि ( ईपीएफओ) विभाग ऐसे स्कूलों और अस्पतालों पर शिकंजा कसने जा रहा है, जिनके पास 20 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं और ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं हैं. कुमाऊं मंडल के 276 निजी स्कूलों में मात्र 133 स्कूल ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत हैं. ऐसे में विभाग इन स्कूलों को नोटिस जारी कर कार्रवाई करने जा रहा है. विभाग पहले चरण में स्कूलों पर जबकि दूसरे चरण में अस्पतालों पर कार्रवाई करेगा.

पीएफ में घपला करने वाले स्कूलों और अस्पतालों पर गिरेगी गाज.
सहायक आयुक्त ईपीएफओ विभाग उदित शाह ने बताया कि स्कूलों और अस्पतालों द्वारा शिकायत आ रही थी कि उनके कर्मचारियों के पीएफ जमा नहीं कराए जा रहे हैं. ऐसे में विभाग अभियान के तहत स्कूलों और अस्पतालों पर शिकंजा कसने जा रहा है जो ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं हैं. उन्होंने बताया कि पहले चरण में स्कूलों पर कार्रवाई की जानी है जिसके तहत स्कूलों की लिस्ट मंगा ली गई है. साथ ही ऐसे स्कूलों को नोटिस जारी किया जाएगा.

पढ़ें-मसूरी विंटर लाइन कार्निवल: कृष्ण रासलीला देख दर्शक कह उठे वाह!

उन्होंने बताया कि 20 से अधिक कर्मचारी वाले स्कूलों और अस्पतालों को ईपीएफ विभाग में पंजीकरण करना अनिवार्य है, लेकिन शिकायत आ रही हैं कि कई अस्पताल और स्कूल ऐसे हैं जो जिनके पास 20 से अधिक कर्मचारी है, लेकिन ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं हैं. जिनके द्वारा कर्मचारियों की हकों की अनदेखी की जा रही है. उन्होंने बताया कि ऐसे स्कूलों को अब नोटिस जारी किया जा रहा है. साथ ही जो भी स्कूल या अस्पताल ईपीएफओ विभाग में पंजीकरण नहीं कराएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

हल्द्वानी: कर्मचारी भविष्य निधि ( ईपीएफओ) विभाग ऐसे स्कूलों और अस्पतालों पर शिकंजा कसने जा रहा है, जिनके पास 20 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं और ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं हैं. कुमाऊं मंडल के 276 निजी स्कूलों में मात्र 133 स्कूल ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत हैं. ऐसे में विभाग इन स्कूलों को नोटिस जारी कर कार्रवाई करने जा रहा है. विभाग पहले चरण में स्कूलों पर जबकि दूसरे चरण में अस्पतालों पर कार्रवाई करेगा.

पीएफ में घपला करने वाले स्कूलों और अस्पतालों पर गिरेगी गाज.
सहायक आयुक्त ईपीएफओ विभाग उदित शाह ने बताया कि स्कूलों और अस्पतालों द्वारा शिकायत आ रही थी कि उनके कर्मचारियों के पीएफ जमा नहीं कराए जा रहे हैं. ऐसे में विभाग अभियान के तहत स्कूलों और अस्पतालों पर शिकंजा कसने जा रहा है जो ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं हैं. उन्होंने बताया कि पहले चरण में स्कूलों पर कार्रवाई की जानी है जिसके तहत स्कूलों की लिस्ट मंगा ली गई है. साथ ही ऐसे स्कूलों को नोटिस जारी किया जाएगा.

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उन्होंने बताया कि 20 से अधिक कर्मचारी वाले स्कूलों और अस्पतालों को ईपीएफ विभाग में पंजीकरण करना अनिवार्य है, लेकिन शिकायत आ रही हैं कि कई अस्पताल और स्कूल ऐसे हैं जो जिनके पास 20 से अधिक कर्मचारी है, लेकिन ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं हैं. जिनके द्वारा कर्मचारियों की हकों की अनदेखी की जा रही है. उन्होंने बताया कि ऐसे स्कूलों को अब नोटिस जारी किया जा रहा है. साथ ही जो भी स्कूल या अस्पताल ईपीएफओ विभाग में पंजीकरण नहीं कराएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Intro:sammry- 20 से अधिक कर्मचारियो वाले स्कूलों और अस्पतालों पर ईपीएफओ विभाग कसेगा शिकंजा। डकार रहे हैं कर्मचारियों के पीएफ।( रेडी टू कैरी स्पेशल पैकेज) स्पेशल


एंकर- कर्मचारी भविष्य निधि यानी ईपीएफओ विभाग ऐसे स्कूलों और अस्पतालों पर शिकंजा कसने जा रहा है जिनके पास 20 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं और ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं है और बेधड़क संचालित हो रहे हैं ।कुमाऊं मंडल के 276 निजी स्कूलों में मात्र 133 स्कूल मात्र ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत हैं। ऐसे में विभाग इन स्कूलों को नोटिस जारी कर कार्यवाही करने जा रहा है। विभाग पहले चरण में स्कूलों पर जबकि दूसरे चरण में अस्पतालों पर कार्रवाई करेगा।


Body:सहायक आयुक्त ईपीएफओ विभाग उदित शाह ने बताया कि स्कूलों और अस्पतालों द्वारा शिकायत आ रही थी कि उनके कर्मचारियों के पीएफ जमा नहीं कराए जा रहे हैं। ऐसे में विभाग अभियान के तहत स्कूलों और अस्पतालों पर शिकंजा कसने जा रहा है जो ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं है उन्होंने बताया कि पहले चरण में स्कूलों पर कार्यवाही की जानी है जिसके तहत स्कूलों की लिस्ट मंगा ली गई है और इन स्कूलों को नोटिस जारी किया जाएगा । उन्होंने बताया कि 20 से अधिक कर्मचारी वाले स्कूलों और अस्पतालों को ईपीएफ विभाग में पंजीकरण करना अनिवार्य है लेकिन शिकायत आ रही है कि ऐसे बहुत से अस्पताल और स्कूल है जो जिनके पास 20 से अधिक कर्मचारी है लेकिन ईपीएफओ विभाग में पंजीकृत नहीं है और अपने कर्मचारियों के हक को डकार रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे स्कूलों को अब नोटिस जारी किया जा रहा है । जो भी स्कूल या अस्पताल ईपीएफओ विभाग में पंजीकरण नहीं कराएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बाइट -उदित शाह सहायक आयुक्त ईपीएफओ विभाग


Conclusion:ईपीएफओ विभाग द्वारा इन स्कूलों और अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई का मन तो बना लिया गया है लेकिन देखने वाली बात है कि ईपीएफओ विभाग का इन अस्पतालों और स्कूलों पर कितना असर होता है। लेकिन ये संस्थान अपने कर्मचारियों को हक डकार कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं
Last Updated : Dec 28, 2019, 10:48 AM IST
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