हल्द्वानी: शहर के गौलापार क्षेत्र की भूमि काफी उपजाऊ मानी जाती है. लेकिन हाल में हुए मृदा परीक्षण के जो परिणाम सामने आए हैं वो बेहद चौकाने वाले हैं. अब यहां की मिट्टी में अम्लीयता यानी एसिड की मात्रा बढ़ चुकी है. जो किसानों को लिए बुरी खबर से कम नहीं है.
गौर हो कि मिट्टी में अम्लीयता यानी एसिड बढ़ने को काफी खतरनाक माना जाता है. जो लिहाजा आने वाले दिनों में खेती को नुकसान पहुंचा सकता है. गौलापार की मिट्टी में एसिड की मात्रा मानक से ऊपर पहुंच चुकी है. इससे ना सिर्फ मिट्टी की उपजाऊ क्षमता कम हो रही है बल्कि इससे उगाई जाने वाली फसल भी सेहत के लिए अच्छी नहीं है. सहकारिता के क्षेत्र अहम योगदान रखने वाली इफको की तरफ से लगाये गए जांच शिविर में एक्सपर्ट ने जब मिट्टी की जांच की तो उन्हें मिट्टी में अम्लीयता बढ़ाने वाले तत्व मिले. जो चिंता का विषय है.
मिट्टी की पीएच वैल्यू 6.58 के बीच होनी चाहिए, लेकिन इस जांच में यह वैल्यू मानकों से कम निकलने से किसान खासे चिंतित हैं. अधिकारियों के मुताबिक यह बेहद चिंतनीय है, अब अगर भूमि को उपजाऊ बनाना है तो खेतों में सूखा चूना और लकड़ी के बुरादे का प्रयोग किया जा सकता है.