देहरादून: तापमान बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड के जंगलों में आगजनी की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं. ऐसे में आग की घटनाओं ने निपटने के लिए जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा है. कर्मचारी पेड़ों के सूखे पत्तों को इकट्ठा कर उनको नष्ट कर रहे हैं, जिससे आग लगने की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके.
निदेशक सीटीआर राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट प्रशासन में 70 क्रू सेंटरों में कॉर्बेट प्रशासन द्वारा सभी कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दे दिए गए, साथ ही आगजनी की घटना से निपटने के लिए इन क्रू सेंटरों में सभी उपकरण उपलब्ध करा दिए गए हैं. साथ ही क्रू सेंटरों में वायरलेस सुविधा, फर्स्ट एड की सुविधा व वनागजनी से निपटने के सभी उपकरण उपलब्ध करा दिए गए हैं.
बता दें, मार्च महीने की शुरुआत में ही उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. 15 मार्च को उत्तरकाशी के वन प्रभाग के बाड़ाहाट रेंज, मुखेम रेंज और अपर यमुना वन प्रभाग के जंगलों में आग लगी थी. इसके पहले फरवरी में हरिद्वार में मनसादेवी की पहाड़ियों पर लगी आग लग गई थी. वन कर्मियों ने 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था.