हल्द्वानी: विद्युत विभाग बिजली चोरी रोकने के लिए कई तरह के उपाय कर रहा है. विद्युत विभाग विजिलेंस की टीम बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चलाकर छापामारी की कार्रवाई भी करती है. उसके बावजूद भी उत्तराखंड में बिजली चोरी कम होने का नाम नहीं ले रही है. बात नैनीताल जनपद की करें तो वित्तीय वर्ष 2021-22 में विद्युत चोरी के 1548 मामले सामने आए थे. वहीं इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल और मई दो माह में विद्युत चोरी के 342 मामले सामने आए हैं.
अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग नवीन मिश्रा ने कहा कि बिजली चोरी रोकने के लिए विभाग और विजिलेंस की टीम द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में विद्युत चोरी के 1548 मामले सामने आए, जिसमें ₹53 लाख 24 हजार का जुर्माना लगाया गया है. जिसमें ₹39 लाख 43 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है. जबकि 114 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है.
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वहीं इस वित्तीय वर्ष अप्रैल और मई माह में 2 महीने के भीतर में 342 विद्युत चोरी के मामले सामने आए हैं. जिनके ऊपर ₹10 लाख 47 हजार का जुर्माना लगाया गया. जिसमें अभी तक ₹5 लाख 32 हजार का जुर्माना वसूला जा चुका है. जबकि 6 मामलों में एफआईआर दर्ज की गयी है.
अधीक्षण अभियंता ने आम जनता से विद्युत चोरी नहीं करने की अपील की है. उन्होंने कहा विद्युत चोरी से विभाग को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके अलावा विद्युत विभाग ने कहा कि विद्युत उपभोक्ताओं से मीटर रीडिंग और चेकिंग के नाम पर कुछ लोग अवैध वसूली करने का काम कर रहे हैं, जिनसे सतर्क रहने की जरूरत है. बिना आई कार्ड वाले व्यक्ति को अपने मीटर रीडिंग या विद्युत संबंधित किसी भी तरह की कोई गतिविधियों पर बात नहीं करनी है. इसकी शिकायत विद्युत विभाग को करें.