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बोर्ड परीक्षा में छात्र तनाव से दूर रहना चाहते हैं तो  रोजना करें योग, जंक फूड और फास्ट फूड से रहें दूर

योग सम्पूर्ण मानवता को भारतीय संस्कृति की ओर से तोहफा है. जिसे आज पूरा विश्व अपना रहा है. वहीं योगाचार्य डॉ. राधिका नागरथ  का कहना है कि छात्रों को योग करने से उनको परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी. क्योंकि योग एक ऐसी विद्या है जिसको हर रोज करने से शरीर के साथ साथ दिमाग भी संतुलित रहता है.

योग से होता है तनाव कम.
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Published : Feb 23, 2019, 10:07 AM IST

Updated : Feb 23, 2019, 12:15 PM IST

हरिद्वार: भारत में योग अतीत से ही अमूल्य विरासत रही है. योग शरीर और मन, कार्य और विचार,संयम और संतुष्टि और मनुष्य के आचरण में अभूतपूर्व परिवर्तन लाता है. वहीं जल्द बोर्ड परीक्षाएं आने वाली हैं. ऐसे में छात्र- छात्राओं में अच्छे परिणाम के लिये तनाव बढ़ जाता है. तनाव की वजह से न केवल इसका असर परीक्षाओं पर पढ़ता है बल्कि यह कई तरह की परेशानियां भी पैदा करता है. वहीं योगाचार्य डॉ. राधिका नागरथ छात्रों को तनाव दूर करने के लिए योग करने की सलाह दे रहे हैं.

योग से होता है तनाव कम.


योग सम्पूर्ण मानवता को भारतीय संस्कृति की ओर से तोहफा है. जिसे आज पूरा विश्व अपना रहा है. वहीं योगाचार्य डॉ. राधिका नागरथ का कहना है कि छात्रों को योग करने से उनको परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी. क्योंकि योग एक ऐसी विद्या है जिसको हर रोज करने से शरीर के साथ साथ दिमाग भी संतुलित रहता है. योग करने से एकाग्र मन भी हो जाता है जब छात्र परीक्षा को लेकर टेंशन में रहते हैं, उनकी सभी टेंशन दूर हो जाती है.

पढ़ें-बजट सत्रः सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पटल पर रखे गए 9 विधेयक, एक अध्यादेश पारित


अकसर छात्र-छात्राओं को परीक्षा के वक्त हमेशा डर सताने लगता है कि अच्छे परिणाम आएंगे या नहीं.डर को दूर करने के लिए योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ की सलाह है कि यदि छात्र छात्राएं परीक्षाओं से पहले और परीक्षाओं के दौरान चित्त को शान्त करने के लिए प्राणायाम जरूर करे इसके साथ ही सूर्य नमस्कार भी करना चाहिए इससे हमारे दिमाग मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. जिससे परीक्षाओं ने सफलता मिलेगी और परिक्षाओं का सफर आनंददायक हो जाएगा योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ का कहना है कि परीक्षा के वक्त छात्र काफी तनाव में होते हैं और इस तनाव को दूर करने के लिए योग से अच्छा कोई साधन नहीं है.

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योग एक ऐसी विद्या है जो हमारे को ऋषि मुनियों द्वारा दी गई है और जो भी इस पर सही तरीके से अमल करेगा उसके आस-पास कभी तनाव नहीं फटकेगा. उन्होंने कहा कि बच्चों को योग नियमित करना चाहिये, योग करने से कुछ भी याद किया जाता है वह हमेशा दिमाग में रहता है. योग के साथ-साथ ओम का उच्चारण भी करना चाहिए. योगाचार्य डॉक्टर राधिका आगे कहती हैं कि छात्रों को जंक फूड और फास्ट फूड खाने से बचना चाहिये.

हरिद्वार: भारत में योग अतीत से ही अमूल्य विरासत रही है. योग शरीर और मन, कार्य और विचार,संयम और संतुष्टि और मनुष्य के आचरण में अभूतपूर्व परिवर्तन लाता है. वहीं जल्द बोर्ड परीक्षाएं आने वाली हैं. ऐसे में छात्र- छात्राओं में अच्छे परिणाम के लिये तनाव बढ़ जाता है. तनाव की वजह से न केवल इसका असर परीक्षाओं पर पढ़ता है बल्कि यह कई तरह की परेशानियां भी पैदा करता है. वहीं योगाचार्य डॉ. राधिका नागरथ छात्रों को तनाव दूर करने के लिए योग करने की सलाह दे रहे हैं.

योग से होता है तनाव कम.


योग सम्पूर्ण मानवता को भारतीय संस्कृति की ओर से तोहफा है. जिसे आज पूरा विश्व अपना रहा है. वहीं योगाचार्य डॉ. राधिका नागरथ का कहना है कि छात्रों को योग करने से उनको परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी. क्योंकि योग एक ऐसी विद्या है जिसको हर रोज करने से शरीर के साथ साथ दिमाग भी संतुलित रहता है. योग करने से एकाग्र मन भी हो जाता है जब छात्र परीक्षा को लेकर टेंशन में रहते हैं, उनकी सभी टेंशन दूर हो जाती है.

पढ़ें-बजट सत्रः सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, पटल पर रखे गए 9 विधेयक, एक अध्यादेश पारित


अकसर छात्र-छात्राओं को परीक्षा के वक्त हमेशा डर सताने लगता है कि अच्छे परिणाम आएंगे या नहीं.डर को दूर करने के लिए योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ की सलाह है कि यदि छात्र छात्राएं परीक्षाओं से पहले और परीक्षाओं के दौरान चित्त को शान्त करने के लिए प्राणायाम जरूर करे इसके साथ ही सूर्य नमस्कार भी करना चाहिए इससे हमारे दिमाग मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. जिससे परीक्षाओं ने सफलता मिलेगी और परिक्षाओं का सफर आनंददायक हो जाएगा योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ का कहना है कि परीक्षा के वक्त छात्र काफी तनाव में होते हैं और इस तनाव को दूर करने के लिए योग से अच्छा कोई साधन नहीं है.

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योग एक ऐसी विद्या है जो हमारे को ऋषि मुनियों द्वारा दी गई है और जो भी इस पर सही तरीके से अमल करेगा उसके आस-पास कभी तनाव नहीं फटकेगा. उन्होंने कहा कि बच्चों को योग नियमित करना चाहिये, योग करने से कुछ भी याद किया जाता है वह हमेशा दिमाग में रहता है. योग के साथ-साथ ओम का उच्चारण भी करना चाहिए. योगाचार्य डॉक्टर राधिका आगे कहती हैं कि छात्रों को जंक फूड और फास्ट फूड खाने से बचना चाहिये.

Intro:छात्रों की हर परेशानी का समाधान है योग@ पर सावधान जंक फूड और फास्ट फूड से करनी पड़ेगी आपको तोबा

परीक्षाएं आने वाली है ऐसे में छात्र छात्राओं में तनाव बढ़ाने लगता है परीक्षा के तनाव की वजह से न केवल इसका असर परीक्षाओं पर पढ़ता है बल्कि यह कई तरह की परेशानियां पैदा कर देता है ऐसे में योगाचार्य परीक्षा देने वालो छात्रों को तनाव दूर करने के लिए योग करने की सलाह दे रहे है और साथ ही योगाचार्य का कहना है कि छात्रों को योग करने से उनको परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी क्योंकि योग एक ऐसी विद्या है जिसको हर रोज करने से शरीर के साथ साथ दिमाग भी संतुलित रहता है योग करने से एकाग्र मन भी हो जाता है जब छात्र परीक्षा को लेकर टेंशन में रहते हैं उनकी सभी टेंशन दूर हो जाती है


Body:परीक्षा के वक्त छात्रों को हमेशा डर लगा रहता है कि वह परीक्षा में पास हो पाएंगे या नहीं इसी डर को दूर करने के लिए योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ की सलाह है कि यदि छात्र छात्राएं परीक्षाओं से पहले और परीक्षाओं के दौरान चित्त को शान्त करने के लिए प्राणायाम जरूर करे इसके साथ ही सूर्य नमस्कार भी करना चाहिए इससे हमारे दिमाग मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जिससे परीक्षाओं ने सफलता मिलेगी और परिक्षाओं का सफर आनंददायक हो जाएगा योगाचार्य डॉक्टर राधिका नागरथ का कहना है कि परीक्षा के वक्त छात्र काफी तनाव में होते हैं और इस तनाव को दूर करने के लिए योग से अच्छा कोई साधन नहीं है
योग एक ऐसी विद्या है जो हमारे को ऋषि मुनियों द्वारा दी गई है और जो भी इस पर सही तरीके से अमल करेगा वह हर परीक्षाओं को पास कर जाएगा जिन बच्चों को भी परीक्षा से पहले तनाव रहता है वह बच्चे लोग जरूर करें क्योंकि योग करने से कुछ भी याद किया जाता है वह हमेशा दिमाग में रहता है योग के साथ-साथ ओम का उच्चारण भी छात्रों को परीक्षा के वक्त सफलता दिला सकता है क्योंकि एकाग्र मन हो कर जब ओम का उच्चारण किया जाता है तो मन एकाग्र हो जाता है और उसके बाद छात्र कुछ भी मन लगाकर पढ़ते हैं तो वह कभी भूल नहीं सकते

बाइट-- डॉ राधिका नागरथ---योगाचार्य

योगाचार्य डॉक्टर राधिका का कहना है कि छात्रों को जंक फ़ूड और फास्ट फूड नही खाना चाहिए क्योंकि हमारे शरीर में 70 पर्सेंट पानी होता है और दिमाग काफी पानी यूज कर लेता है जिसकी वजह से हमें याद करने की ताकत नहीं रह पाती जंक फूड और फास्ट फूड को छात्रों को ज्यादा नहीं खाना चाहिए पौष्टिक आहार जितना खाया जाएगा उतना ही छात्रों का माइंड शार्प हो सकेगा और पढ़ाई के वक्त उनको ज्यादा से ज्यादा मदद मिल सकेगी साथ ही पानी भी काफी मात्रा में पीना चाहिए मगर हर वक्त पानी पीना भी खतरनाक हो सकता है सुबह उठकर गुनगुना पानी मैं शहद और नींबू डालकर पिया जाए तो वह काफी फायदेमंद होता है और खाना खाने से 45 मिनट पहले और 45 मिनट बाद अगर पानी पिया जाए तो वो अच्छा होता है


बाइट-- डॉ राधिका नागरथ---योगाचार्य


Conclusion:परीक्षा के वक्त छात्र सबसे ज्यादा परेशान होते हैं कि क्या वह परीक्षा में पास हो पाएगी या नहीं और छात्रों मैं इसकी वजह से काफी तनाव देखने को मिलता है मगर योग एक ऐसी विद्या है अगर छात्र इसको अपने दिनचर्या का हिस्सा बना ले तो किसी भी परीक्षा में वह हर मुकाम पा सकते हैं क्योंकि योग करने से शरीर और दिमाग संतुलित रहता है जिससे कुछ भी किया गया कार्य हमारे द्वारा सफलता से किया जा सकता है तो अब छात्रों को भी परीक्षा के वक्त परेशान होने की जरूरत नहीं है वह भी अब योग के माध्यम से अपनी हर प्रकार की टेंशन को समाप्त कर सकते हैं
Last Updated : Feb 23, 2019, 12:15 PM IST
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