लक्सर: कुछ दिनों पहले हुई बे-मौसमी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद हो गई थी. जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है. उत्तराखंड किसान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार के माध्यम से किसानों के लिए 10 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.
बता दें कि पिछले दिनों हुई बे-मौसमी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल चौपट हो गई है. जिससे उनके आगे रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है. वहीं सरकार किसानों को उनकी फसल का मुआवजा नहीं दे रही है. जिससे काश्तकारों में खासा रोष है.
कांग्रेस इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार को जिम्मेदार बता रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसानों को बैंक से लोन में छूट दिए जाने और कोरोना वॉरियर घोषित किए जाने की मांग की है. साथ ही किसानों का बकाया गन्ने का भुगतान भी अभी तक नहीं मिला है. जिससे किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.
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कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि किसानों की फसलों के रेट को भी जल्द से जल्द बढ़ाया जाए और किसानों के लोन की अवधि के दौरान बिजली में पानी का बिल भी माफ किए जाए. साथ ही कहा कि डीजल, तेल में भी किसानों को 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाए. इन सभी मांगों को लेकर उत्तराखंड प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने एक ज्ञापन लक्सर तहसीलदार के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा है.
प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष शादाब अली ने बताया कि इस कठिनाई के दौर में किसानों की बड़ी दुर्दशा हो रही है. एक तरफ बे-मौसम बरसात में किसान की फसल को चौपट कर दिया है. वहीं लॉकडाउन के चलते भी किसान परेशान हैं. किसान को अपनी फसल का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है.