ETV Bharat / state

रुड़की में बनेगा प्रदेश का पहला कोल्ड स्टोरेज शवगृह, परेशानी से मिलेगी निजात - कोल्ड स्टोरेज

रुड़की के सिविल हाॅस्पिटल में प्रदेश का पहला ऐसा शवगृह बनने जा रहा है, जो कि पूरी तरह से कोल्ड स्टोरेज होगा. इस हाॅस्पिटल में पहले केवल दो डीप फ्रीजर थे. इसकी वजह से शवों को लंबे समय तक रखने में परेशानी होती थी. अब इस समस्या का समाधान हो जाएगा.

states first cold storage mortuary
रुड़की में बना प्रदेश का पहला कोल्ड स्टोरेज शवगृह
author img

By

Published : Mar 18, 2023, 11:59 AM IST

Updated : Mar 18, 2023, 1:08 PM IST

रुड़की में बनेगा प्रदेश का पहला कोल्ड स्टोरेज शवगृह

रुड़की: सिविल हाॅस्पिटल में एक ऐसा शवगृह बनने जा रहा है जो प्रदेश के किसी भी अस्पताल में नहीं है. ये दावा हम नहीं बल्कि अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल ने किया है. दरअसल रुड़की सिविल अस्पताल में मौजूद इस शवगृह में 6 शव रखने की व्यवस्था है. जल्द ही इस शवगृह में 14 शव रखे जाने की व्यवस्था की जा रही है. इसी के साथ इस शवगृह में फ्रीजर भी नहीं होगा. इस शवगृह की खास बात ये होगी कि पूरा कमरा कोल्ड स्टोरेज में तब्दील होगा. अस्पताल प्रबंधक का कहना है कि उनके अस्पताल का ये शवगृह प्रदेश का पहला ऐसा शवगृह है जो पूरा कोल्ड स्टोरेज बनाया जा रहा है.

शव रखने में होती थी परेशानी: रुड़की के सिविल अस्पताल पर रुड़की शहर ही नहीं बल्कि तहसील में पांच ब्लॉकों में आने वाले सैकड़ों गांवों के लोग निर्भर हैं. इसीलिये सिविल अस्पताल में रोज दो से तीन शव यहां पर आते हैं. वहीं कई बार तो शव की शिनाख्त भी नहीं हो पाती है. इस कारण से परिजनों के न पहुंचने पर शव को 72 घंटे तक शवगृह में रखना पड़ता है. कुछ समय पहले तक अस्पताल प्रबंधक को फ्रीजर की कमी के चलते काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. साथ ही तीमारदारों को भी अपने परिजन के शव को रखने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. उन्हें अपने परिजन का शव रखने के लिए खुद ही निजी संसाधनों से व्यवस्था करनी पड़ती थी. वहीं कई बार तो फ्रीजर खराब होने पर स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती थी.

फ्रीज़र खराब होने पर बढ़ जाती थी समस्या: रुड़की सिविल अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल के मुताबिक पहले इस शवगृह में 2 डीप फ्रीज़र मौजूद थे. इनमें एक फ्रीजर में एक साथ 4 शव और दूसरे फ्रीजर में 2 शव रखे जा सकते थे. यह फ्रीज़र अक्सर पानी भर जाने के कारण खराब हो जाते थे, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. उन्होंने बताया कि डीप फ्रीज़र को ठीक कराने के लिए मैकेनिक गाज़ियाबाद या दिल्ली से बुलाने पड़ते थे. इसी समस्या को देखते हुए उनके अथक प्रयासों के बाद पूरे कमरे को ही कोल्ड स्टोरेज में तब्दील करा दिया गया है.
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों के अटैचमेंट बने आफत, आदेश के बाद भी नहीं जा रहे मूल तैनाती स्थल

कोल्ड स्टोरेज बनाकर हल की गई समस्या: इस समस्या के निराकरण के लिए अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल के प्रयासों से कुछ समय पहले अस्पताल में फ्रीजर को हटाकर कोल्ड स्टोरेज बनाया गया है. हालांकि अभी इस शवगृह का कमरा छोटा है. वहीं इस कमरे को 24 बाई 14 फीट बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसका कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा. वहीं अब इसकी क्षमता बढ़ाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है जो कुछ ही माह में पूर्ण हो जाएगी. जिसके बाद इस शवगृह में 14 शव रखे जा सकेंगे. सीएमएस संजय कंसल का कहना है कि यह प्रदेश का पहला कोल्ड स्टोरेज शवगृह है. उन्होंने बताया कि रुड़की शवगृह में आसपास के कई क्षेत्रों के शव यहीं पर रखे जाते हैं. कई बार इन्हें रखने की क्षमता 24 घंटे से 72 घंटे तक रहती थी. अब जल्द ही इन सब समस्याओं से निज़ात मिल सकेगी.

रुड़की में बनेगा प्रदेश का पहला कोल्ड स्टोरेज शवगृह

रुड़की: सिविल हाॅस्पिटल में एक ऐसा शवगृह बनने जा रहा है जो प्रदेश के किसी भी अस्पताल में नहीं है. ये दावा हम नहीं बल्कि अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल ने किया है. दरअसल रुड़की सिविल अस्पताल में मौजूद इस शवगृह में 6 शव रखने की व्यवस्था है. जल्द ही इस शवगृह में 14 शव रखे जाने की व्यवस्था की जा रही है. इसी के साथ इस शवगृह में फ्रीजर भी नहीं होगा. इस शवगृह की खास बात ये होगी कि पूरा कमरा कोल्ड स्टोरेज में तब्दील होगा. अस्पताल प्रबंधक का कहना है कि उनके अस्पताल का ये शवगृह प्रदेश का पहला ऐसा शवगृह है जो पूरा कोल्ड स्टोरेज बनाया जा रहा है.

शव रखने में होती थी परेशानी: रुड़की के सिविल अस्पताल पर रुड़की शहर ही नहीं बल्कि तहसील में पांच ब्लॉकों में आने वाले सैकड़ों गांवों के लोग निर्भर हैं. इसीलिये सिविल अस्पताल में रोज दो से तीन शव यहां पर आते हैं. वहीं कई बार तो शव की शिनाख्त भी नहीं हो पाती है. इस कारण से परिजनों के न पहुंचने पर शव को 72 घंटे तक शवगृह में रखना पड़ता है. कुछ समय पहले तक अस्पताल प्रबंधक को फ्रीजर की कमी के चलते काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. साथ ही तीमारदारों को भी अपने परिजन के शव को रखने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. उन्हें अपने परिजन का शव रखने के लिए खुद ही निजी संसाधनों से व्यवस्था करनी पड़ती थी. वहीं कई बार तो फ्रीजर खराब होने पर स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती थी.

फ्रीज़र खराब होने पर बढ़ जाती थी समस्या: रुड़की सिविल अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल के मुताबिक पहले इस शवगृह में 2 डीप फ्रीज़र मौजूद थे. इनमें एक फ्रीजर में एक साथ 4 शव और दूसरे फ्रीजर में 2 शव रखे जा सकते थे. यह फ्रीज़र अक्सर पानी भर जाने के कारण खराब हो जाते थे, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. उन्होंने बताया कि डीप फ्रीज़र को ठीक कराने के लिए मैकेनिक गाज़ियाबाद या दिल्ली से बुलाने पड़ते थे. इसी समस्या को देखते हुए उनके अथक प्रयासों के बाद पूरे कमरे को ही कोल्ड स्टोरेज में तब्दील करा दिया गया है.
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों के अटैचमेंट बने आफत, आदेश के बाद भी नहीं जा रहे मूल तैनाती स्थल

कोल्ड स्टोरेज बनाकर हल की गई समस्या: इस समस्या के निराकरण के लिए अस्पताल के सीएमएस संजय कंसल के प्रयासों से कुछ समय पहले अस्पताल में फ्रीजर को हटाकर कोल्ड स्टोरेज बनाया गया है. हालांकि अभी इस शवगृह का कमरा छोटा है. वहीं इस कमरे को 24 बाई 14 फीट बनाने की तैयारी की जा रही है, जिसका कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा. वहीं अब इसकी क्षमता बढ़ाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है जो कुछ ही माह में पूर्ण हो जाएगी. जिसके बाद इस शवगृह में 14 शव रखे जा सकेंगे. सीएमएस संजय कंसल का कहना है कि यह प्रदेश का पहला कोल्ड स्टोरेज शवगृह है. उन्होंने बताया कि रुड़की शवगृह में आसपास के कई क्षेत्रों के शव यहीं पर रखे जाते हैं. कई बार इन्हें रखने की क्षमता 24 घंटे से 72 घंटे तक रहती थी. अब जल्द ही इन सब समस्याओं से निज़ात मिल सकेगी.

Last Updated : Mar 18, 2023, 1:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.