रुड़की: सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के आदर्श नगर में मंदिर के विवाद को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए. इस दौरान पथराव के भी आरोप लगाए गए हैं. इस मामले में पुलिस ने एक पक्ष की तरफ से मुकदमा दर्ज किया है. वहीं दूसरे पक्ष की तरफ से एक महिला ने मारपीट और छेड़छाड़ की तहरीर दी है. पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत दी है.
ये है पूरा मामला: बता दें कि सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र में एक मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा है. एक पक्ष दूसरे पक्ष पर मंदिर पर कब्जा करने के आरोप लगा रहा है. मंगलवार को इसी को लेकर दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई थी. उस समय तो मामला शांत हो गया था, लेकिन बुधवार की रात इस मामले को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए. दोनों पक्षों में मारपीट हो गई. एक पक्ष के शोभित गौतम निवासी आदर्शनगर ने दूसरे पक्ष के उमेश प्रधान पर बैक्वेट हॉल में घुसकर मारपीट करने और पथराव करने के आरोप लगाए. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उमेश प्रधान को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया.
दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लगाए आरोप: कोतवाली प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र चौहान ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में उमेश प्रधान पर शांतिभंग में कार्रवाई की है. वहीं शोभित गौतम की तहरीर पर उमेश प्रधान समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज किया है. वहीं दूसरे पक्ष की तरफ से भी एक महिला ने पुलिस को तहरीर दी है, जिसमें शोभित पक्ष पर बेटे और पति पर हमला करने के आरोप लगाए हैं. महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति और बेटा सब्जी लेने जा रहे थे. इस दौरान दूसरे पक्ष ने हमला कर दिया. आरोप लगाया कि जब वह उन्हें बचाने गई तो उसकी पिटाई कर उसके साथ छेड़खानी की गई. महिला ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र चौहान ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.
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हरिद्वार के संत ने लगाए एक तरफा कार्रवाई के आरोप: वहीं मंदिर के विवाद को लेकर गुरुवार की दोपहर हरिद्वार के संत अमृतानंद एक पक्ष के साथ कोतवाली सिविल लाइन पहुंचे. उमेश पक्ष की तरफ से कोतवाली पहुंचे संत ने आरोप लगाया कि दूसरा पक्ष मंदिर पर कब्जा कर रहा है. इसे लेकर विवाद है. उन्होंने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने के आरोप लगाए हैं. संत ने उमेश पक्ष की तरफ से भी मुकदमा दर्ज करने की मांग की. संत के आरोपों के आगे पुलिस असहज दिखी.