हरिद्वारः वैश्विक महामारी कोरोना का असर ट्रैवल व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. जबकि, राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा 2020 की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की अनुमति दे दी है, लेकिन चारधाम यात्रा से जुड़े ट्रैवल व्यवसायियों को रोजी-रोटी की चिंता सता रही है.
इसी कड़ी में हरिद्वार के गोविंद भवन स्थित प्रांगण में उत्तराखंड मैक्सी-टैक्सी यूनियन के संरक्षक संजय चोपड़ा के नेतृत्व में टैक्सी-मैक्सी, ट्रांसपोर्ट एसो, ट्रैवल व्यवसाय, टूर ऑपरेटर और व्यापारी नेताओ ने परिचर्चा की. साथ ही सरकार को दो सूत्रीय मांगों का अपना प्रतिवेदन पेश किया.
दो सूत्रीय मांग-
- कोविड-19 के दृष्टिगत आगामी चारधाम यात्रा प्रतिबंध है. ऐसे में उत्तराखंड के चार से पांच लाख मैक्सी-टैक्सी वाहन स्वामियों की साल 2020 का संपूर्ण रोड टैक्स, पैसेंजर टैक्स, वाहनों पर संचालित बीमा योजनाओं को पूर्ण रूप से जनहित में माफ किया जाए.
- प्रत्येक चालक को अपने परिवार के पालन पोषण के लिए 50-50 हजार की अनुदान राशि की मदद किए जाने की मांग की.
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मैक्सी-टैक्सी के संरक्षक संजय चोपड़ा ने कहा कि कोरोना के कारण चारधाम यात्रा पर प्रतिबंध लगया गया है. जिसके कारण हरिद्वार समेत उत्तराखंड के ट्रैवल व्यवसाय व टैक्सी संचालकों पर आर्थिक संकट छाया हुआ है. जिसे देखते हुए सरकार को साल 2020 का टैक्स माफ कर देना चाहिए और उनके जीवन यापन के लिए ₹50 हजार का अनुदान देना चाहिए.
टैक्सी-मैक्सी यूनियन के कोषाध्यक्ष इकबाल सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से ट्रैवल व्यवसाय एकदम ठप पड़ा हुआ है. अभी भी संशय बरकरार है. ऐसे में सरकार को उनके बारे में भी सोचना चाहिए.