हरिद्वार: तीर्थ नगरी हरिद्वार में आज ट्रैवेल्स और होटल व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों ने अर्धनग्न होकर राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. मंगलवार को प्रदर्शनकारी सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए. उसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय से रालतारा पल तक भीख मांगकर विरोध जताया. प्रदर्शनकारी व्यवसायियों का आरोप है कि सरकार उनकी ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है.
प्रदर्शनकारी विभास मिश्रा कहना है कि कोरोना महामारी की वजह से ट्रैवेल्स और होटल व्यवसाय पूरी तरह से ठप पड़ गया है. वर्तमान में हालात बद से बदतर हो गए हैं. आलम ये है कि व्यवसाइयों के पास तन ढकने को कपड़े तक नहीं बचे हैं. सबके सामने भुखमरी जैसे हालात पैदा हो गए हैं. उन्होंने बताया कि वो लगातार प्रदेश सरकार से 2 साल का टैक्स और बैंक की 1 साल की EMI माफ करने की मांग कर रहे हैं. इसी को लेकर आज सभी व्यवसायियों ने इकट्ठा होकर प्रदेश सरकार को जगाने के लिए इस तरह का धरना प्रदर्शन किया है.
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वहीं, ट्रैवल व्यवसायियों के अध्यक्ष अभिषेक आहलूवालिया का कहना है कि जब से कोरोनाकाल शुरू हुआ है, तब से लेकर आज तक हमने सरकार का सहयोग किया है और इससे पहले भी हम सरकार को टैक्स के रूप में सहयोग करते आए हैं. लेकिन वर्तमान में उनका व्ववसाय प्रभावित होने से व्यवसायियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में प्रदेश सरकार भी उनका साथ नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आर्थिक पैकेज की घोषणा तो की. लेकिन उसका कोई भी लाभ ट्रैवल्स और होटल व्यवसायियों को अभी तक नहीं मिला है. अध्यक्ष आहलूवालिया का कहना है कि हमारा सरकार से सिर्फ इतना निवेदन है कि वो हमारे सेक्टर को खोलने की छूट दे, जिससे हम अपने पैरों पर दोबारा से खड़े हो सकें.