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बिना अनुमति के रिहायशी इलाकों में बिक रहे पटाखे, प्रशासन सो रहा चैन की नींद

शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में पाटाखा कारोबार करने वाले दुकानदारों ने प्रशासन के सभी दिशा निर्देशों को ठेंगा दिखा रखा है. जिसके चलते दुकानों के आसपास रहने वाले लोगों पर खतरा मंडरा रहा है. जिस कारण किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

रिहायशी इलाकों में बिक रहे पटाखे.
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Published : Sep 26, 2019, 7:30 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 9:43 PM IST

रुड़की: दीपावली का त्योहार आने वाला है, जिसको लेकर तैयारियां भी तेज होने लगी हैं. इसी के तहत बाजारों में पटाखे भी बिकने शुरू हो गये हैं. लेकिन पटाखों को बेचने के लिए दुकानदार नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जबकि, प्रशासन इस मामले पर लापरवाह दिख रहा है.

रिहायशी इलाकों में बिक रहे पटाखे.

पिछले कुछ समय से प्रशासन द्वारा संकरी गलियों और आबादी वाले क्षेत्रों में पटाखों की दुकान लगाने पर रोक लगाई हुई है. लेकिन रुड़की शहर में पटाखों के कारोबारियों पर इस रोक का कोई असर देखने को मिल रहा है. जिसके चलते आबादी वाले इलाकों में धड़ल्ले से पटाखे बेचे जा रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. वहीं प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है.

पढ़ें- VDO पर नामांकन पत्र निरस्त करने की धमकी देकर रिश्वत मांगने का आरोप, सस्पेंड

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल ने बताया कि अगर इस तरह से अगर कोई भी पटाखा व्यापारी नियमों को ताक पर रखकर दुकान खोलता है, तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

रुड़की: दीपावली का त्योहार आने वाला है, जिसको लेकर तैयारियां भी तेज होने लगी हैं. इसी के तहत बाजारों में पटाखे भी बिकने शुरू हो गये हैं. लेकिन पटाखों को बेचने के लिए दुकानदार नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. जबकि, प्रशासन इस मामले पर लापरवाह दिख रहा है.

रिहायशी इलाकों में बिक रहे पटाखे.

पिछले कुछ समय से प्रशासन द्वारा संकरी गलियों और आबादी वाले क्षेत्रों में पटाखों की दुकान लगाने पर रोक लगाई हुई है. लेकिन रुड़की शहर में पटाखों के कारोबारियों पर इस रोक का कोई असर देखने को मिल रहा है. जिसके चलते आबादी वाले इलाकों में धड़ल्ले से पटाखे बेचे जा रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. वहीं प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है.

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ज्वाइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल ने बताया कि अगर इस तरह से अगर कोई भी पटाखा व्यापारी नियमों को ताक पर रखकर दुकान खोलता है, तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Intro:Summary

रूडकी के भीड़भाड़ वाले इलाके हो या फिर रुड़की शहर की तंग गालिया हो पटाखो का कारोबार करने वाले दुकानदारों ने प्रशासन के सभी दिशा निर्देश को ठेंगा दिखा रखा है और अपनी मनमर्जी के चलते दुकानों के आसपास के इलाको के लोगो के साथ साथ अपनी भी जान को जोखिम में डाल रखा है जिसके कारण किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है मगर दुकानदार है कि कोई भी इस और ध्यान देने का तैयार ही नही हैBody:वीओ-- गौरतलब है कि पटाख़ों में बारूद इस्तेमाल किया जाता है जोकि जानमाल के लिए खतरा होता है इसलिए पिछले कुछ समय से प्रशासन के द्वारा संकरी गलियों या आबादी वाले क्षेत्रों में पटाखों की दुकानों और गोदामो पर रोक लगा रखी है मगर रुड़की शहर में पटाखो का कारोबार करने वाले कारोबारीयो में प्रशासन का कोई ख़ौफ़ ही नजर नही आ रहा है और अपनी मर्जी के चलते लोगो की जान को खतरे में डालकर धड़ल्ले से आबादी वाले इलाकों में पटाखे बेच रहे है कारोबारी है कि पूर्व में हुई इस तरह के गोदामो और दुकानों में हुए विस्फोटों से सबक ही नही लेने का नाम ले रहे है कुछ समय बाद ही दीपावली का त्यौहार आने वाला है लेकिन कुछ लाइसेंस धारीयो ने शहर के बीचों बीच अपनी पटाखोकी दुकानें खोल रखी है जोकि नियम के विरुद्ध है जिसका सीधा सा कारण है कि शहर की तंग गलियों में अगर इन दुकानों के कारण कोई हादसा हो जाता है है फायर ब्रिगेड को वहाँ पहुचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है और जब तक फायर ब्रिगेड की टीम वहाँ पहुच भी जाती है तो तब तक काफी देर हो चुकी होती है हमारे द्वारा जब इस बारे में जॉइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल से बातचीत की गई तो उनका कहना है कि अगर इस तरह से नियमो को ताक पर रखकर कोई भी दुकानदार अपनी मनमर्जी से दुकान चला रहा है तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी अब सोचने वाली बात ये है कि जब इस तरह की दुकानों का आम आदमी को मालूम है तो प्रशासन को इसकी कोई भी भनक तक नहीं है या फिर प्रशासन जानबूझकर इस मामले में लीपापोती कर रहा है या फिर प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है कि कोई इनके कारण बड़ा हादसा हो तब ही इनके खिलाफ कार्यवाही की जाए

बाइट-निकिता खंडेलवाल-जॉइंट मजिस्ट्रेट-रुड़कीConclusion:1
Last Updated : Sep 26, 2019, 9:43 PM IST
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