हरिद्वार: 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान है. महाकुंभ के आधिकारिक पहले शाही स्नान पर सभी तेरह अखाड़े गंगा में शाही स्नान करेंगे, जिसमें सात संन्यासी अखाड़े, तीन बैरागी और तीन वैष्णव अखाड़े हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान करेंगे. प्रशासन द्वारा इसी क्रम में शाही स्नान कराने की व्यवस्था की गई है.
- सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद अखाड़े के साथ अपनी छावनी से 8.30 बजे चलेगा. हरकी पौड़ी पहुंचकर गंगा में शाही स्नान करेंगे.
- उसके बाद 9 बजे का समय जूना अखाड़ा, अग्नि, आह्वान और किन्नर अखाड़े को दिया गया है.
- 9.30 बजे महानिर्वाणी अपने साथी अटल अखाड़े के साथ कनखल से हरकी पौड़ी की ओर रुख करेगा.
- उसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी 10.30 बजे हरकी पौड़ी पहुंचकर शाही स्नान करेंगे.
- उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा दोपहर 12 बजे अपने अखाड़े से हरकी पौड़ी की ओर रुख करेगा.
- जिसके बाद बाद श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा लगभग 2.30 बजे अपने अखाड़े के साधु-संतों के साथ हरकी पैड़ी पहुंचकर स्नान करेगा.
- आखिर में श्री निर्मल अखाड़ा लगभग 3 बजे हरकी पौड़ी पहुंचकर शाही स्नान करेगा.
इस बीच हरकी पौड़ी ब्रह्मकुंड पर सुबह 8 बजे से आम श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश वर्जित रहेगा. मेला प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार पब्लिक किसी भी अन्य घाट पर स्नान कर सकती है.
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इस अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा. इन शाही स्नानों से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को अब 72 घंटे पहले की कोरोना की जांच रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी.