रुड़की: हरिद्वार के मंगलौर कस्बे में सुरक्षा के लिहाज से लगाए गए लाखों के सीसीटीवी कैमरे पिछले एक महीने से खराब पड़े हैं. कस्बे में निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे की वायर चोरों की भेंट चढ़ गई. कैमरे बंद होने से आए दिन कस्बे में चोरी की वारदातें भी बढ़ गई हैं. इससे पुलिस प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था कायम रखना बड़ी चुनौती बन गई है.
दरअसल नगर पालिका परिषद मंगलौर द्वारा कस्बे की सुरक्षा के लिए 35 लाख रुपए की लागत से शहर में 35 सीसीटीवी कैमरे लगाए थे. मंगलौर शहर उत्तराखंड देवभूमि का प्रवेश द्वार होने पर यूपी-उत्तराखंड हाईवे पर भी नगर पालिका परिषद ने कैमरे लगाए थे, जिससे शहर और यातायात की भी निगरानी रखी जा रही थी.
कैमरों के कारण पुलिस प्रशासन को भी क्राइम कंट्रोल करने में काफी मदद मिल रही थी. शहर में होने वाली घटनाओं का पुलिस सीसीटीवी कैमरों के मदद से खुलासे कर रही थी. लेकिन मंगलौर कस्बे में एक महीने से बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों के कारण कस्बे में कई अपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं.
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नगर पालिका चेयरमैन प्रतिनिधि डॉ. शमशाद ने बताया कि कई बार सीसीटीवी कैमरों की वायर को चोरों द्वारा काट दिया जाता है. लेकिन जल्द ही दूसरा वैकल्पिक रास्ता ढूंढकर इन कैमरों को सुचारू किया जाएगा. बता दें कि 2 साल पहले लगे इन 35 सीसीटीवी कैमरों की वायर चोर 4 बार चोरी कर चुके हैं.