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राम मंदिर मामले में स्वामी परमानंद ने श्री श्री रविशंकर की तुलना महात्मा गांधी से की, कहा- बहुत लोग न्याय करना नहीं जानते

धर्मनगर हरिद्वार में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की दो दिवसीय बैठक बुधवार को शुरू हुई. इस बैठक में राम मंदिर समेत की मुद्दों पर चर्चा हुई

स्वामी परमानंद सरस्वती
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Published : Jun 19, 2019, 8:52 PM IST

Updated : Jun 19, 2019, 9:17 PM IST

हरिद्वार: राम मंदिर मामले में बनाए गए मध्यस्थता पैनल पर संत समाज ने निशाना साधा है. संत समाज का कहना है कि इस संबंध में उनसे कोई राय नहीं ली गई थी. मामले में स्वामी परमानंद ने मध्यस्थता करने वाले श्री श्री रविशंकर की तुलना महात्मा गांधी से भी कर डाली.

स्वामी परमानंद सरस्वती ने राम मंदिर पर दिया बड़ा बयान.

अखंड परम धाम के परमाध्यक्ष और राम मंदिर मामले से शुरू से जुड़े संत स्वामी परमानंद सरस्वती ने कहा कि मध्यस्थता पैनल को सुप्रीम कोर्ट ने बनाया है, संतों ने नहीं. इस विषय में संतों से कोई राय भी नहीं ली गई. मध्यस्थता करने वाले श्री श्री रवि शंकर एक अच्छे आदमी हैं, लेकिन ऐसा देखने को मिला है कि कुछ अच्छे लोगों ने पहले देश का बहुत नुकसान किया है.

यह भी पढ़ें: PM मोदी ने ट्विटर पर शेयर किये योगासन तो बाबा रामदेव ने Etv भारत को बताए इनके फायदे

उन्होंने श्री श्री रविशंकर की तुलना महात्मा गांधी से करते हुए कहा कि जब कोई भी आदमी ज्यादा प्रतिष्ठित हो जाता है तो वो अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए कई बार गलत काम कर जाता है. जैसे महात्मा गांधी ने किया था. उन्होंने बंटवारे के समय की बात का जिक्र करते हुए कहा कि जब पाकिस्तान से ट्रेनों में हिंदुओं को मार कर भेजा जाता था तो इधर भारत में भी प्रतिक्रिया होती थी, लेकिन गांधी जी ऐसा नहीं चाहते थे. महात्मा गांधी की मानवता और ईमानदारी में कोई कमी नहीं थी, लेकिन ऐसे बहुत लोग न्याय भी नहीं जानते हैं.

हरिद्वार: राम मंदिर मामले में बनाए गए मध्यस्थता पैनल पर संत समाज ने निशाना साधा है. संत समाज का कहना है कि इस संबंध में उनसे कोई राय नहीं ली गई थी. मामले में स्वामी परमानंद ने मध्यस्थता करने वाले श्री श्री रविशंकर की तुलना महात्मा गांधी से भी कर डाली.

स्वामी परमानंद सरस्वती ने राम मंदिर पर दिया बड़ा बयान.

अखंड परम धाम के परमाध्यक्ष और राम मंदिर मामले से शुरू से जुड़े संत स्वामी परमानंद सरस्वती ने कहा कि मध्यस्थता पैनल को सुप्रीम कोर्ट ने बनाया है, संतों ने नहीं. इस विषय में संतों से कोई राय भी नहीं ली गई. मध्यस्थता करने वाले श्री श्री रवि शंकर एक अच्छे आदमी हैं, लेकिन ऐसा देखने को मिला है कि कुछ अच्छे लोगों ने पहले देश का बहुत नुकसान किया है.

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उन्होंने श्री श्री रविशंकर की तुलना महात्मा गांधी से करते हुए कहा कि जब कोई भी आदमी ज्यादा प्रतिष्ठित हो जाता है तो वो अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए कई बार गलत काम कर जाता है. जैसे महात्मा गांधी ने किया था. उन्होंने बंटवारे के समय की बात का जिक्र करते हुए कहा कि जब पाकिस्तान से ट्रेनों में हिंदुओं को मार कर भेजा जाता था तो इधर भारत में भी प्रतिक्रिया होती थी, लेकिन गांधी जी ऐसा नहीं चाहते थे. महात्मा गांधी की मानवता और ईमानदारी में कोई कमी नहीं थी, लेकिन ऐसे बहुत लोग न्याय भी नहीं जानते हैं.

Intro:एंकर - सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन राम मंदिर - बाबरी विवाद मामले को सुलझाने के लिए बनाई गई मध्यस्थता पैनल के सदस्य श्री श्री रविशंकर पर अखंड परम धाम के परमाध्यक्ष एवं राम मंदिर मामले से शुरुआत से ही जुड़े हुए वरिष्ठ संत स्वामी परमानंद सरस्वती ने निशाना साधते हुए कहा कि मध्यस्था पैनल तो सुप्रीम कोर्ट ने बनाई है संतों ने नहीं, इस विषय में संतों से कोई राय भी नहीं ली गई, श्री श्री रवि शंकर एक अच्छे आदमी हैं लेकिन ऐसा देखने को मिला है कि कुछ अच्छे लोगों ने पहले देश का बहुत नुकसान किया है।


Body:VO1 -वरिष्ठ संत स्वामी परमानंद सरस्वती ने मध्यस्था पैनल के सदस्य श्री श्री रविशंकर की तुलना महात्मा गांधी से करते हुए कहा कि जब कोई भी आदमी ज्यादा प्रतिष्ठित हो जाता है तो अपने प्रतिष्ठा को बताने के लिए कई बार गलत काम कर जाता है जैसे महात्मा गांधी थे। बटवारे के समय का उल्लेख करते हुए कहा कि वरिष्ठ संत स्वामी परमानंद सरस्वती ने कहा कि जब वहां(पाकिस्तान) से ट्रेनों में हिंदू मार के भेजा जाता था तो इधर भारत में भी प्रतिक्रिया होती थी लेकिन गांधी जी ऐसा नहीं चाहते थे, महात्मा गांधी की मानवता और इमानदारी में कोई कमी नहीं थी लेकिन ऐसे बहुत लोग न्याय भी नहीं जानते है।


Conclusion:बाइट- स्वामी परमानंद सरस्वती, वरिष्ठ संत
Last Updated : Jun 19, 2019, 9:17 PM IST
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