ETV Bharat / state

हरिद्वार में रेहड़ी पटरी वालों के सामने रोजगार का संकट, सीएम को भेजा ज्ञापन

लघु व्यापार एसोसिएशन ने साफ किया है कि हरिद्वार में वेंडिंग जोन बनवाने के लिए वे आंदोलन भी करने को तैयार है.

Haridwar
लघु व्यापार एसोसिएशन की बैठक
author img

By

Published : Nov 1, 2020, 5:49 PM IST

हरिद्वार: स्ट्रीट वेंडर्स लघु व्यापारियों के सामूहिक संगठन लघु व्यापार एसोसिएशन ने एक सूत्रीय मांगों लेकर रविवार को बैठक की है. बैठक में मां गंगा के घाटों पर फूल-माला, चूड़ी और बिंदी बेचने वाले लघु व्यापारियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ई-मेल के जरिए अपना ज्ञापन भेजा.

इन व्यापारियों की मांग है कि महाकुंभ मेला 2021 के दृष्टिगत घाटों पर फुटकर फूल- प्रसाद बेचने वाले लघु व्यापारियों को मेला क्षेत्र में वेंडिंग जोन के रूप में स्थापित कर स्वतंत्र रूप से स्वरोजगार करने की अनुमति प्रदान की जाए. स्ट्रीट वेंडर्स का कहना है कि वे भी कोरोना काल की मार झेल रहे हैं. बेरोजगार होने की वजह से भुखमरी की कागार पर आ चुके है, वे जहां भी जा रहे है उन्हें वहां से हटा दिया जा रहा है. ऐसे में वे बेघर हो जाएगे. इन हालत में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. उन्होंने प्रशासन से अपने लिए उचित व्यवस्था की मांग की है.

पढ़ें- भू-माफिया ने सरकारी जमीन पर की प्लॉटिंग, प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई

लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा कि हरिद्वार में घाटों पर करीब 3 से साढ़े 3 हज़ार स्ट्रीट वेंडर है, जो रेडी पटरी लगा कर अपना रोजगार चलते है. कुंभ को लेकर हो रहे सौंदर्यीकरण के कार्यों के कारण घाटों से स्ट्रीट वेंडर को हटाया गया है जो कि न्याय संगत नहीं है. 25 मई 2016 को राज्य सरकार ने रेडी पटरी वालों को संरक्षण देने के लिए नियमावली का गठन किया था. उसके अंतर्गत हरिद्वार में 15 वेंडिंग ज़ोन बनाये जा रहे है. इससे पहले हरिद्वार नगर आयुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह तय किया गया था कि रोड़ी बेलवाल के स्ट्रीट वेंडर्स को वेंडिंग ज़ोन के रूप में स्थापित किया जाएगा, जो नही हो रहा है. इससे प्रधानमंत्री की महत्वकांशी योजना का उल्लंघन किया जा रहा है वेंडिंग ज़ोन के लिए उन्हें आंदोलन करना पड़ा तो करेंगे.

हरिद्वार: स्ट्रीट वेंडर्स लघु व्यापारियों के सामूहिक संगठन लघु व्यापार एसोसिएशन ने एक सूत्रीय मांगों लेकर रविवार को बैठक की है. बैठक में मां गंगा के घाटों पर फूल-माला, चूड़ी और बिंदी बेचने वाले लघु व्यापारियों ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ई-मेल के जरिए अपना ज्ञापन भेजा.

इन व्यापारियों की मांग है कि महाकुंभ मेला 2021 के दृष्टिगत घाटों पर फुटकर फूल- प्रसाद बेचने वाले लघु व्यापारियों को मेला क्षेत्र में वेंडिंग जोन के रूप में स्थापित कर स्वतंत्र रूप से स्वरोजगार करने की अनुमति प्रदान की जाए. स्ट्रीट वेंडर्स का कहना है कि वे भी कोरोना काल की मार झेल रहे हैं. बेरोजगार होने की वजह से भुखमरी की कागार पर आ चुके है, वे जहां भी जा रहे है उन्हें वहां से हटा दिया जा रहा है. ऐसे में वे बेघर हो जाएगे. इन हालत में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. उन्होंने प्रशासन से अपने लिए उचित व्यवस्था की मांग की है.

पढ़ें- भू-माफिया ने सरकारी जमीन पर की प्लॉटिंग, प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई

लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा कि हरिद्वार में घाटों पर करीब 3 से साढ़े 3 हज़ार स्ट्रीट वेंडर है, जो रेडी पटरी लगा कर अपना रोजगार चलते है. कुंभ को लेकर हो रहे सौंदर्यीकरण के कार्यों के कारण घाटों से स्ट्रीट वेंडर को हटाया गया है जो कि न्याय संगत नहीं है. 25 मई 2016 को राज्य सरकार ने रेडी पटरी वालों को संरक्षण देने के लिए नियमावली का गठन किया था. उसके अंतर्गत हरिद्वार में 15 वेंडिंग ज़ोन बनाये जा रहे है. इससे पहले हरिद्वार नगर आयुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह तय किया गया था कि रोड़ी बेलवाल के स्ट्रीट वेंडर्स को वेंडिंग ज़ोन के रूप में स्थापित किया जाएगा, जो नही हो रहा है. इससे प्रधानमंत्री की महत्वकांशी योजना का उल्लंघन किया जा रहा है वेंडिंग ज़ोन के लिए उन्हें आंदोलन करना पड़ा तो करेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.