रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की में सोमवार सुबह हुए अग्निकांड में चार लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इन चारों लोगों में से एक सद्दाम था, जो उसी पटाखा फैक्ट्री की आग में झुलस कर मर गया. सद्दाम अपने भाई की शादी में आतिशबाजी के लिए पटाखे खरीदने आया था, लेकिन उसे क्या पता था कि वो यहां से कभी वापस ही नहीं जा पाएगा. जिस घर में शादी की शहनाई बज रही थीं, उस घर में इस घटना के बाद मातम पसर गया है. शादी की सारी खुशियां मातम में बदल गईं. सद्दाम के भाई की दो दिनों बाद बारात जानी था.
सद्दाम के साथ नौशाद भी पटाखें खरीदने आया था और वो भी इस हादसे का शिकार हो गया. नौशाद आतिशबाजी का ही काम करता है. दोनों पटाखें खरीदने के लिए कानूनगोयान मोहल्ले में आए थे. इस घटना के बाद नौशाद के घर वालों का भी रो-रोकर बुरा हाल है. एक झटके में दोनों परिवार का चिराग बुझ गया.
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चार बहनों की इकलौता भाई था अरमान: वहीं, हादसे में मारा गया अरमान चार बहनों का इकलौता भाई था, बताया गया है कि उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. अरमान की बुआ के बेटे शाहरूख ने बताया कि उसे आलोक जिंदल ने पहले दो हजार रुपये में काम पर रखा था. इसके बाद उसके पैसे बढ़ाकर आठ हजार रुपये कर दिये थे.
उसने आरोप लगाया कि दुकान का शटर बंद करके उन पर वहां काम कराया जाता था, जिससे की किसी को यहां पर पटाखा बनाने की भनक नहीं लग सके, वहीं अरमान के रिश्तेदारों ने बताया कि उसके घर की भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. बता दें कि रुड़की के कानूनगोयान मोहल्ले में एक गोदाम में पटाखों की अवैध फैक्ट्री चल रही थी, जहां पर सोमवार 20 फरवरी को आग लग गई और इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई है.