हरिद्वार: धर्मनगरी में बीते दो दिन से स्टोन क्रशर संचालक जिला प्रशासन के रवैये के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. जिसके बाद नेशनल हाई-वे पर अवैध रुप से खनिज सामग्री ले जा रहे डंपर और ट्रैक्टर ट्रॉलियों को रोक कर हंगामा किया. मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने डंपर और ट्रैक्टर ट्राली में भरे सामान को अवैध पाए जाने पर सीज कर दिया. वहीं, क्रशर संचालकों का कहना है कि जिले में सभी स्टोन क्रशर बंद हैं. जिसका फायदा पड़ोसी राज्यों के खनन कारोबारी उठा रहे हैं.
दरअसल, हरिद्वार में जिला प्रशासन के सर्वे से नाराज क्रशर संचालक धरने पर बैठे हुए हैं. हरिद्वार में ओवरलोड डंपर और ट्रैक्टर ट्राली के जरिए रेत व बजरी आदि निर्माण सामग्री पहुंच रही है. एनएचएआई का स्टिकर लगाकर अवैध रूप से दौड़ रहे ओवरलोडेड वाहनों को अधिकारी भी नहीं रोक रहे हैं. इसलिए वे दूसरे प्रदेशों से ओवरलोडेड गाड़ियों को हरिद्वार में आने नहीं देंगे. मौके पर पहुंचे राजस्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अवैध माल ला रहे वाहनों को सीज किया जा रहा है. आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.
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बता दें कि, हरिद्वार में प्रशासन की कार्यप्रणाली से नाराज स्टोन क्रशर संचालक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे है. शासन-प्रशासन पर प्रताड़ना और उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए दो दिन से जिलेभर के सभी स्टोन क्रेशर संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं.
हरिद्वार में स्टोन क्रशर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष की मांग है कि शासन द्वारा बनाई गई जांच टीम हाई कोर्ट के नाम पर भारी भरकम जुर्माना लगाकर उन्हें बेवजह परेशान न करे. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रशासन की टीम ने खनन से मिलने वाले राजस्व के टारगेट को पूरा किया जा रहा है. मामले में मुख्यमंत्री को गलत रिपोर्ट पेश कर सच्चाई से भ्रमित किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तब तक वे हड़ताल पर ही रहेंगे.