हरिद्वारः कुंभ मेले में लोगों के बिछड़ जाने की कहानियां बहुत पहले से चलती आई हैं. खास तौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों का आस्था के इस महा सैलाब में विशेष ध्यान रखा जाता है. अक्सर कुंभ मेले में लोगों के अपनों से बिछड़ने की कहानियां सुनी जाती हैं. लेकिन इस बार धर्म नगरी हरिद्वार में होने जा रहे कुंभ मेले में पुलिस इसे लेकर बेहद संजीदा है. इसके लिए मेला पुलिस ने खास तौर पर व्यवस्था की है.
कुंभ मेले में लोगों को अपनों से मिलाने के लिए खोया-पाया केंद्र और एआई जैसे साधनों का इस्तेमाल तो किया ही जाएगा, इसके साथ ही कुंभ मेला पुलिस ने सुरक्षित महफूज बचपन नाम की एक संस्था के साथ हाथ मिलाया है. संस्था के कार्यकर्ता मेले में आने वाले लोगों के छोटे बच्चों और बुजुर्गों का पंजीकरण कर उनकी जेब में उनके माता-पिता का नाम पता और फोन नंबर लिख कर एक पर्ची डालेंगे. जिससे किसी भी बच्चे या बुजुर्ग के बिछड़ जाने पर उसके माता-पिता की पहचान कर उनसे संपर्क किया जा सकेगा.
पढ़ेंः दिव्यांग बच्चों ने तैयार किया कोरोना गीत, लोगों को कर रहा जागरूक
कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि शुरू से ही महाकुंभ में बच्चे और बुजुर्गों के खो जाने की घटना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहती है. ऐसे में हमारे द्वारा पहले स्कूल में खोया पाया केंद्र की संख्या बढ़ा दी गई है. यदि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और अधिक बढ़ती है तो इसे भी बढ़ा दिया जाएगा. साथ ही महफूज सुरक्षित बचपन संस्था इस दिशा में बेहतर काम कर रही है. संस्था से जुड़े लोग बेहतर समन्वय बनाकर बच्चों को माता-पिता से बिछड़ने से बचाएंगे.