रुड़की: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन चल रहा है, जिसके चलते राज्य के कुछ जिलों से खाद्यान्न की किल्लत के मामले सामने आने शुरू हो गए हैं. ऐसे में कुछ सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता गरीब, दिहाड़ी मजदूरों और असहाय लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. तो वहीं, जिला प्रशासन की ओर से भी राशन और जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराने के इन्तेजाम किए जा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि राज्य सरकार अगले तीन महीने का राशन गरीबों को उपलब्ध कराएगी, जिससे गरीबों की चिंता थोड़ी कम होगी. लेकिन रुड़की में स्थानीय लोगों ने प्रशासन के आलाधिकारियों से शिकायत की है कि सरकारी सस्ते-गल्ले से उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है. जिससे अधिकारियों में हड़कंप है. मामले की शिकायत पर अपर तहसीलदार रमेश चंद मौके पर पहुंचे और सरकारी सस्ते-गल्ले की दुकान का जायजा लिया. तहसीलदार ने बताया कि दुकान में राशन का स्टॉक काफी था, लेकिन डीलर ने लोगों को राशन नहीं बांटा. साथ ही रजिस्टर में खामियां भी पाई गईं.
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वहीं, मामले में इलाके के एक राशन डीलर इकबाल का कहना है कि उसकी पत्नी की तबीयत खराब है और इस वक्त लॉकडाउन भी चल रहा है, जिसके कारण उसने लोगों को राशन नहीं बांटा.