हरिद्वारः अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहने वाली विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेता साध्वी प्राची इस बार महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर हुई है. मामला कंगना रनौत के मुंबई के बांद्रा स्थित दफ्तर में तोड़फोड़ से जुड़ा है. साध्वी प्राची का कहना है कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के लिए आज कंगना रनौत की मुहिम देशभर में चर्चा का विषय बन गई है. लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने उल्टा कंगना के खिलाफ कार्रवाई कर बदले की भावना को दर्शाया है.
साध्वी प्राची का कहना है कि बीएमसी की टीम ने नोटिस देने के तीन घंटे के भीतर ही कंगना का ऑफिस तोड़ दिया. वो भी तब जब बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस कार्रवाई को गैर जरूरी बताया था. इससे साफ पता लगता है कि बीएमसी की ये कार्रवाई महाराष्ट्र सरकार के इशारे पर हुई है.
पढ़ेंः सीएम पर कंगना के बयान से भड़की शिवसेना, दर्ज कराई शिकायत
वहीं, साध्वी प्राची ने कहा कि अगर कंगना के ऑफिस के अंदर कुछ कार्यों को गैर कानूनी बताकर तोड़-फोड़ की तो मुंबई की सड़कों पर 200 से ज्यादा अवैध मस्जिदें और मजारें मौजूद हैं. उन पर अभी तक कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया? साध्वी ने शिमला में प्रियंका गांधी वाड्रा के बंगले को अवैध बताकर मामले में जांच की मांग भी उठाई.
साथ ही साध्वी प्राची ने सुशांत मौत मामले में मुंबई पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज न करने और पालघर में साधुओं की निर्मम हत्या मामले में सीबीआई जांच की संस्तुति न देने के मामले में भी महाराष्ट्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया.