रुड़की: पानी की गुणवत्ता को जांचने के लिए अब देहरादून के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. अब रुड़की में ही पानी की जांच के लिए लैब स्थापित की गई है. जिसे नमामि गंगे के सहयोग से रुड़की प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Roorkee Pollution Control Board) के कार्यालय में ही बनाया गया है. ऐसे में अब इस लैब में गंगा, उद्योग और ग्राउंड वाटर के नमूनों को जांचा जा सकेगा.
बता दें कि, रुड़की में उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Uttarakhand Pollution Control Board) के क्षेत्रीय कार्यालय अब पानी की गुणवत्ता की जांच आसानी से हो सकेगी. नमामि गंगे के सहयोग से कार्यालय में वाटर लैब स्थापित की गई है. जिसमें गंगा, उघोगों और ग्राउंड वाटर के नमूनों को जांच होगी और महज तीन दिन में जल की गुणवत्ता का पता जांच रिपोर्ट मिल जाएगी.
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गौरतलब है कि पहले पानी के सैंपल्स को जांच के लिए देहरादून स्थित लैब में भेजा जाता था, ऐसे में यहां से रिपोर्ट आने में करीब एक हफ्ता लग जाता था. लेकिन अब क्षेत्रीय कार्यालय में वाटर लैब खुल जाने से इसमें कम समय लगेगा.
बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुभाष चंद पंवार का कहना है कि बोर्ड व नमामि गंगे प्रोजेक्ट के सहयोग से लैब तैयार की गई है. लैब में गंगा, उघोगों, सरफेस वाटर, ग्राउंड वाटर, एसटीपी वाटर आदि की जांच हो सकेगी. जिससे पानी की शुद्धता और अशुद्धता का पता चल सकेगा. ऐसे में अगर पानी में किसी पदार्थ या फिर केमिकल की मात्रा अधिक हो तो उसका ट्रीटमेंट किया जा सकेगा.