हरिद्वारः उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए पंजीकरण को 25 मई तक बंद (Chardham Yatra registration closed till May 25) कर दिया है. सरकार चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित (Number of pilgrims in the four dhams) कर रही है. जिसके तहत 25 मई तक रजिस्ट्रेशन फुल होने के कारण नए पंजीकरण नहीं किए जा रहे हैं. वहीं, रजिस्ट्रेशन नहीं होने से श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
चारधाम में श्रद्धालुओं की व्यवस्था सुचारू करने के लिए प्रदेश सरकार ने चारों धामों में यात्रियों की संख्या निर्धारित की है. जिस कारण 25 मई तक रजिस्ट्रेशन के स्लॉट फुल हो चुके हैं. वहीं, यात्रियों को पंजीकरण नहीं मिलने से निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है. जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव का कहना है कि 25 मई तक बदरीनाथ और 14 जून तक केदारनाथ धाम के स्लॉट बुक हैं.
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वहीं दूसरी तरफ नाराज यात्रियों का कहना है हजारों रुपए खर्च कर चारधाम यात्रा के लिए पहुंचे हैं. ऐसे में पंजीकरण बंद हैं जिससे उन्हें या तो अधिक रुपए खर्च करने पड़ेंगे या भगवान के दर्शन करे बिना ही वापस लौटना पड़ेगा. बता दें कि 3 मई से चारधाम यात्रा शुरू हुई थी. अभी तक 7 लाख 7 हजार से ज्यादा श्रद्धालु चार धाम के दर्शन कर चुके हैं. सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ में पहुंचे हैं, जहां 2 लाख 36 हजार (2,36,669) तीर्थयात्री बाबा केदार का आशीर्वाद ले चुके हैं.
पर्यटन विभाग ने यह फैसला चारधाम यात्रा में अनियमित रूप से रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों को ध्यान में रख कर लिया है. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया है कि केयरिंग कैपेसिटी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. ताकि निरंतर और सुनियोजित तरीके से यात्री धामों में पहुंच सके और किसी भी तरह की अव्यवस्था ना हो.
चारधाम यात्रियों को सलाह दी गई है कि उपलब्ध स्लॉट देखकर ही अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं. किसी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए उपलब्ध स्लॉट के अनुसार पंजीकरण करवाने के बाद ही अपना टिकट और आवास बुक करें. अगले 7 दिनों के लिए चारों धामों के सभी स्लॉट बुक होने के चलते यात्रा के लिए काउंटर और पोर्टल पर पंजीकरण उपलब्ध नहीं है.
बता दें कि वाहन क्षमता के अनुरूप चार धाम में श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने के लिए स्लॉट व्यवस्था लागू की गई है. उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से ऑनलाइन और फिजिकल काउंटरों से तीर्थ यात्रियों का पंजीकरण कराया जा रहा है. तीर्थ यात्रियों को यूटीडीबी की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ऋषिकेश, हरिद्वार, उत्तराखंड की सीमा सहित यात्रा मार्ग पर कुल 18 से 20 केंद्रों में ऑफलाइन पंजीकरण किया जा रहा है.