रुड़की: क्षेत्र के एक गांव में शनिवार को बारात आने की तैयारियां पूरी हो चुकी थी, बारातियों व घरातियों के लिये खाना परोसने की तैयारी भी पूरी हो चुकी थी. ऐन बारात आने के समय से कुछ ही पहले दूल्हे की प्रेमिका दुल्हन के गांव पहुंच गई. जहां उसने अपने इश्क की दास्तान सुनाकर शादी रोकने की गुहार लगाई. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा. लड़की पक्ष वालों ने दूल्हे के घर वालों से इस बारे में बात की. जिसके बाद आपसी राजीनाम कर के मामले को रफा-दफा किया गया.
जानकारी के अनुसार भगवानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति के यहां शनिवार को बारात आनी थी. बताया जा रहा है कि थाना क्षेत्र के ही एक गांव से यह बारात आनी थी. दुल्हन के घर में शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थी. दुल्हन पक्ष की ओर से दूल्हें के घर दहेज का सामान भी भेज दिया गया था. शुक्रवार को दुल्हन पक्ष की ओर से दूसरे समुदाय के लोगों को दावत दी गई. शनिवार को बारातियों व घरातियों के लिये भी खाने-पीने की तमाम इतंजामात किये गये.
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करीब 11 बजे दूल्हे की पीआरडी जवान माशूका दुल्हन के गांव पहुंच गई. उसने कई जिम्मेदार लोगों को अपने इश्क की तमाम दास्तां सुनाते हुए शादी रोकने की गुहार लगाई. बताया जा रहा है कि दूल्हे की माशूका, दूल्हे के घर भी पहुंची थी. यहां भी उसने शादी रोकने की गुहार लगाई थी, लेकिन दूल्हे पक्ष की ओर से बात को छिपाते हुए बारात लाने की तैयारी की जा रही थी, शनिवार को बात खुलने पर बात बिगड़ गई.
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जिसके बाद दुल्हन पक्ष की ओर से दूल्हे के परिजनों को सारी कहानी बताई गई. कुछ जिम्मेदार व्यक्ति गांव पहुंचे. जिसके बाद बैठकर आपसी राजीनामा कराते हुए दुल्हन पक्ष द्वारा किये गए अब तक के खर्च की अनुमानित रकम व दहेज में दिया गया सामान अदा कर मामला रफा-दफा किया गया.