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हरिद्वार निकाय चुनाव में परोसी गई थी स्पिरिट से बनी शराब, जहरीली शराब कांड की रिपोर्ट आई सामने

हरिद्वार में साल 2022 में जहरीली शराब कांड हुआ था. जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद आबकारी विभाग ने शराब के सैंपल जांच के लिए भेजे थे. जिसकी जांच रिपोर्ट आ गई है. जिसमें स्पिरिट से शराब बनाने की पुष्टि हुई है.

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हरिद्वार निकाय चुनाव में परोसी गई थी स्पिरिट से बनी शराब
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Published : Apr 19, 2023, 8:01 PM IST

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार 2022 में हुए पंचायत चुनाव से पहले जहरीली शराब कांड की जांच रिपोर्ट अब सामने आ गई है. जिसमें जहरीली शराब के स्पिरिट से बनने की बात सामने आ रही है. पुलिस अधीक्षक अपराध रेखा यादव ने बताया 2022 10 नवंबर में हुए जहरीली शराब कांड का सैंपल आबकारी विभाग ने जांच के लिए भेजा था. जिसकी अब रिपोर्ट सामने आई है.

बता दें हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए ग्रामीणों को जहरीली शराब पिलाई गई थी. जिसके बाद 12 ग्रामीणों की मौत इस स्पिरिट से बनी जहरीली शराब का सेवन करने से हो गई थी. जिसके बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था. कई लोग बीमार भी हुए थे. शिवनगर ग्राम पंचायत में के फूलगढ़ शिवगढ़ और दुर्गागढ़ गांव में 12 लोगों की इस शराब को पीने से मौत हो गई थी. जिसके बाद आबकारी विभाग व पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी थी.जहरीली शराब बांटने के आरोप में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ रही बबली देवी व उसके पति विजेंद्र और नरेश को आरोपी बनाया गया. तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया. उसके बावजूद बबली देवी चुनाव जीत गई थी. फिलहाल. उनके पति विजेंद्र और जेठ नरेश अभी भी जेल में ही हैं.

पढ़ें- आलसी अफसरों मंत्रियों को सीएम धामी की चेतावनी, ग्राउंड जीरो पर जाकर पेश कर रहे उदाहरण

जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर ने बताया आमतौर पर शराब बनाने के लिए एक निश्चित मात्रा में एनेटोल का इस्तेमाल होता है, लेकिन, अवैध शराब बनाने के लिए अनुकूल की जगह स्पिरिट मिथाइल एल्कोहल इथाइल एल्कोहल यूरिया एसिड इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं. इससे शराब में अत्यधिक नशा हो जाता है. इसीलिए लगातार अवैध शराब और कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें कई बार बड़ी कामयाबी भी मिल चुकी है. इस अभियान के तहत कच्ची शराब बनाने वाले उपकरणों और भट्टियों को नष्ट किया जा रहा है. इसी के साथ शासन से जो लोग कई बार इस प्रकरण प्रकरण में पकड़े गए हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर लगाने की भी तैयारी है.

हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार 2022 में हुए पंचायत चुनाव से पहले जहरीली शराब कांड की जांच रिपोर्ट अब सामने आ गई है. जिसमें जहरीली शराब के स्पिरिट से बनने की बात सामने आ रही है. पुलिस अधीक्षक अपराध रेखा यादव ने बताया 2022 10 नवंबर में हुए जहरीली शराब कांड का सैंपल आबकारी विभाग ने जांच के लिए भेजा था. जिसकी अब रिपोर्ट सामने आई है.

बता दें हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए ग्रामीणों को जहरीली शराब पिलाई गई थी. जिसके बाद 12 ग्रामीणों की मौत इस स्पिरिट से बनी जहरीली शराब का सेवन करने से हो गई थी. जिसके बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था. कई लोग बीमार भी हुए थे. शिवनगर ग्राम पंचायत में के फूलगढ़ शिवगढ़ और दुर्गागढ़ गांव में 12 लोगों की इस शराब को पीने से मौत हो गई थी. जिसके बाद आबकारी विभाग व पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी थी.जहरीली शराब बांटने के आरोप में ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ रही बबली देवी व उसके पति विजेंद्र और नरेश को आरोपी बनाया गया. तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया. उसके बावजूद बबली देवी चुनाव जीत गई थी. फिलहाल. उनके पति विजेंद्र और जेठ नरेश अभी भी जेल में ही हैं.

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जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर ने बताया आमतौर पर शराब बनाने के लिए एक निश्चित मात्रा में एनेटोल का इस्तेमाल होता है, लेकिन, अवैध शराब बनाने के लिए अनुकूल की जगह स्पिरिट मिथाइल एल्कोहल इथाइल एल्कोहल यूरिया एसिड इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं. इससे शराब में अत्यधिक नशा हो जाता है. इसीलिए लगातार अवैध शराब और कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें कई बार बड़ी कामयाबी भी मिल चुकी है. इस अभियान के तहत कच्ची शराब बनाने वाले उपकरणों और भट्टियों को नष्ट किया जा रहा है. इसी के साथ शासन से जो लोग कई बार इस प्रकरण प्रकरण में पकड़े गए हैं उनके खिलाफ गैंगस्टर लगाने की भी तैयारी है.

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