हरिद्वार: महाकुंभ 2021 में शासन प्रशासन द्वारा कुंभ मेला क्षेत्र गौरीशंकर, बैरागी कैंप, मालवीय दीप सहित कई क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण के लिए डस्टबिन लगाए गए थे, जिसे मेला समाप्ति के बाद नगर निगम के प्रांगण में लाकर इकट्ठा कर दिया गया है. इसके साथ ही शहरी क्षेत्र में लगाए गए डस्टबिन भी हटा लिए गए हैं.
वहीं, कई जगहों पर डस्टबिन टूट रहे हैं, लेकिन नगर निगम ध्यान नहीं दे रहा है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर इतना पैसा लगाकर जिन डस्टबिन को बनवाया गया था, आज वह डस्टबिन नगर निगम के प्रांगण में क्यों धूल फांक रहे हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि कुंभ मेले में जगह-जगह डस्टबिन लगाए गए थे. लेकिन कुंभ मेला समाप्त होते ही उन्हें हटाया जा रहा है. यह बहुत ही गलत है.
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लोगों का कहना है कि डस्टबिन हटाए जाने से कूड़ा सड़कों पर फेंका जा रहा है. काफी डस्टबिन शहरी क्षेत्र से भी हटाए गए हैं. बरसात का सीजन शुरू हो गया है. जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कुंभ मेले में सफाई व्यवस्था के लिए लगाए गए डस्टबिन को नगर निगम द्वारा लगातार संचालित करना चाहिए था.
वहीं, मामले पर उपमेला अधिकारी अंशुल सिंह का कहना है कि जो डस्टबिन नगर निगम के प्रांगण में पड़े हैं. यह डस्टबिन महाकुंभ के दौरान उन क्षेत्रों में लगाए गए थे, जहां टेम्प्रेरी स्ट्रक्चर बनाए गए थे. जैसे कि बैरागी कैंप क्षेत्र में अखाड़ों के लिए व्यवस्थाएं की गई थी. मेला खत्म होने के पश्चात उन कूड़ादानों को निकालना अति आवश्यक था. जिसके चलते उन्हें वहां से निकाला गया है. बैरागी कैंप क्षेत्र का एरिया आम दिनों में काफी सुनसान रहता है, जिससे वहां डस्टबिन चोरी होने का खतरा बना रहता हैं. इसलिए कूड़ादानों को वहां से निकाल कर नगर निगम के प्रांगण में रखा गया है. इन सभी डस्टबिन को शहरी क्षेत्र में लगाया जाएगा.