हरिद्वारः रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) में चल रही फैक्ट्री में चोरी (theft in nclt company) का मामला सामने आया है. सुरक्षाकर्मियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है. कोतवाली रानीपुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम निवासी दीपक मिश्रा ने तहरीर की है.
तहरीर में बताया गया कि बहादराबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित रुक्मणी आयरन कंपनी एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) के अधीन चल रही है. कंपनी की सुरक्षा का जिम्मा जीएसएफ सिक्योरिटी एंड कंस्लटेंसी हिसार हरियाणा को दिया गया था. आरोप है कि कंपनी में मशीनों के लाखों रुपए के उपकरण चोरी हो गए. बीते 20 दिसंबर को दीपक मिश्रा कंपनी पहुंचे तो चोरी का पता चला.
सिक्योरिटी गार्डों से जानकारी लेने पर उन्होंने 17 दिसंबर को चोरी होने का दावा किया. तीनों सिक्योरिटी गार्ड कंपनी में ही रहते आ रहे हैं. इसलिए पुलिस को दी गई तहरीर में सिक्योरिटी गार्डों की भूमिका पर शक जताया गया है. रानीपुर कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
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मेयर के पति पर दीवार तोड़ने के आरोपः उधर हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र में लक्सर रोड पर बनी राधास्वामी एनक्लेव कॉलोनी की दीवार मेयर पति अशोक शर्मा पर तोड़ने (Radhaswamy enclave colony wall broken) का आरोप लगाते हुए कॉलोनीवासियों ने जमकर हंगामा किया. कॉलोनी की महिलाओं ने दीवार तोड़ रहे मजदूरों को दौड़ा दिया. कॉलोनीवासियों की शिकायत पर एडीएम ने पूरे मामले की जांच एसडीएम पूरण सिंह राणा को सौंपते हुए विवाद के निस्तारण के निर्देश दिए हैं.
कनखल क्षेत्र के गांव मिस्सरपुर में राधा स्वामी एनक्लेव एवं भागीरथी विहार कॉलोनी है. मेन रोड पर मेयर पति अशोक शर्मा विवाह मंडप का निर्माण करा रहे हैं. कॉलोनीवासियों का आरोप है कि कॉलोनियों में बने तीन रास्तों को विवाह मंडप की तरफ मेयर पति खोलना चाहते हैं. कालोनीवासियों का आरोप है कि जब मुख्य मार्ग पर विवाह मंडप का रास्ता है तो मेयर पति कॉलोनी के रास्तों को आखिर क्यों खोलना चाहते हैं.
आरोप है कि सिंचाई विभाग के नाले को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. कॉलोनीवासियों ने जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय को पूरे मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की है. डीएम ने एडीएम को मामले की जांच के लिए निर्देशित किया, जिसके बाद एडीएम ने एसडीएम को समस्या के निस्तारण के निर्देश दिए हैं. वहीं मेयर पति ने लगाए गए आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि कॉलोनीवासी ही उनका रास्ता रोक रहे हैं. कोई दीवार क्षतिग्रस्त नहीं की गई है.