हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार पहुंची परी अखाड़ा प्रमुख साध्वी त्रिकाल भवंता ने निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर के पद पर कैलाशानंद गिरि के पट्टाभिषेक समारोह का विरोध किया. उन्होंने इस मामले की सरकार से जांच कराने की मांग की है.
साध्वी त्रिकाल भवंता के अनुसार यह पूरा समारोह धर्मविरुद्ध है. क्योंकि अखाड़ों की प्राचीन परम्परा के अनुसार आचार्य महामंडलेश्वर पद पर एक ही व्यक्ति रह सकता है और निरंजनी अखाड़े ने दो साल पहले ही इस पद पर स्वामी प्रज्ञानानंद को बैठा दिया था.
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साध्वी ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि नरेंद्र गिरि ने पैसा लेकर इस गरिमामयी पद पर विवादित संत को बैठा दिया है. इसलिए सरकार को इस पूरे मामले की जांच करनी चाहिए.
साध्वी त्रिकाल भवंता ने निरंजनी अखाड़े के नए आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि को अपनी योग्यता समाज के सामने रखने का चैलेंज दिया है, जिससे पता चल सके कि वे इस पद के लायक है भी या नहीं. उन्होंने कहा कि इस विषय में वह संतो से मुलाकात करेंगी. उन्होंने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि पर षड्यंत्र के तहत अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया.