हरिद्वार: भारत माता मंदिर के संस्थापक पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी आज सुबह राघव कुटीर में ब्रह्मलीन हो गए. स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी ने साल 1983 में भारत माता मंदिर की स्थापना की थी.
बताया जा रहा है कि निवृत्त शंकराचार्य पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद पिछले कई दिनों से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था. मंगलवार को वे अपनी बीमारी से जंग हार गए. वहीं उत्तराखंड सरकार ने स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी के निधन पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.
प्रभारी सचिव डॉ. पंकज पांडे ने विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि बुधवार को राजकीय शोक रहेगा. इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. वहीं राजकीय शोक के दिन कोई भी शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे.
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पीएम मोदी और सीएम ने व्यक्त किया दुख
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी के ब्रह्मलीन होने पर ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की है. पीएम ने अपने ट्वीट में लिखा कि परम पूज्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज के निधन की खबर से बहुत दुख हुआ. वे सच्चे पथ-प्रदर्शक, गहन तपस्वी होने के साथ ज्ञान और आध्यात्मिक चेतना के प्रतीक थे. मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनका आशीर्वाद मिला. उनका जीवन हमें निस्वार्थ भाव से समाज सेवा की प्रेरणा देता है. वहीं सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी स्वामी जी के निधन पर दुख व्यक्त किया.