हरिद्वार: राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) के अध्यक्ष जीआर चिंताला और उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत आज पतंजलि योगपीठ पहुंचे. जहां, आचार्य बालकृष्ण ने दोनों को भव्य स्वागत किया.
नाबार्ड अध्यक्ष जीआर चिंताला ने कहा कि पतंजलि योगपीठ ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है. शहद तथा कृषि उत्पाद एलोवेरा का सीधा क्रय कर पतंजलि ने किसानों की आय दोगुनी करने का काम किया है. इस दौरान उन्होंने पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क का भी भ्रमण किया. साथ ही उन्होंने पतंजलि च्यवनप्राश की गुणवत्ता की भरपूर प्रशंसा की.
नाबार्ड अध्यक्ष ने कहा कि सहकारिता को बढ़ावा देने के लिए नाबार्ड 500 सहकारी समितियों को 2-2 करोड़ तक का लोन मुहैया कराएगा. उन्होंने पतंजलि अनुसंधान संस्थान का भ्रमण कर शोधपरक कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव तथा आचार्य बालकृष्ण के दिशा निर्देशन में पतंजलि से नए भारत का सृजन हो रहा है.
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इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि बाजार में शहद के नाम पर न जाने क्या-क्या बेचा जा रहा था. हमने किसानों से सीधा शहद क्रय कर लोगों को शुद्ध शहद उपलब्ध कराया. हमने किसानों को जड़ी-बूटी आधारित खेती करने हेतु प्रोत्साहित किया. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गिलोय है, जिसे किसान काटकर फेंक देते थे. वही, गिलोय पतंजलि द्वारा अच्छे दाम पर क्रय किया जा रहा है. स्वामी रामदेव ने कहा कि हमने 5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्क्ष रूप से रोजगार दिया है और 5 लाख किसानों को कृषि उत्पादों के माध्यम से पतंजलि से जोड़ा है.
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि वर्तमान युग डिजिटल क्रांति का युग है. पतंजलि ने भरूआ सोल्यूशन के तहत बी-बैंकिग के माध्यम से किसानों को डिजिटल रूप से जोड़ा है. इस सोल्यूशन से किसानों के ऋण की पारदर्शिता बनी रहेगी. आने वाला समय किसानों का है. किसानों को पतंजलि के माध्यम से उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल रहा है. अब वह दिन दूर नहीं, जब किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य जल्द पूरा होगा.