हरिद्वार: नगर निगम क्षेत्र में अब आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठान भवन स्वामी टैक्स कटौती नहीं कर सकेंगे. जिसके लिए नगर निगम ड्रोन से सर्वे करा रहा है. जिसकी शुरुआत 7 अक्टूबर से की जा चुकी है. जिसमें जीपीएस मैपिंग सिस्टम के माध्यम से टैक्स को लेकर पूरी स्थिति साफ हो जाएगी. कितने भवन या प्रतिष्ठान हैं और कितनों से टैक्स मिल रहा है. इसका पूरा खुलासा ड्रोन सर्वे से होगा. जिसके बाद नगर निगम उन सभी लोगों से टैक्स वसूलेगा करेगा जो अभी तक टैक्स से बचते आ रहे हैं.
बता दें कि, नगर निगम क्षेत्र में वर्तमान में करीब 50 हजार आवासीय कर दाता हैं. जबकि, लगभग आठ हजार व्यावसायिक कर दाता हैं. नगर निगम के मुताबिक, अभी तक निगम क्षेत्र से अधिकांश कर दाता ऐसे हैं. जिन्होंने चार भवन या व्यावसायिक भवन प्रतिष्ठान आदि बनाए हुए हैं. जबकि, इससे कम का टैक्स नगर निगम को देते हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. क्योंकि शासन स्तर पर नगर निगम क्षेत्रों में टैक्स को लेकर ड्रोन से सर्वे कराने का निर्णय लिया गया था. जिसके बाद अब हरिद्वार में भी से ड्रोन सर्वे की शुरुआत की जा चुकी है.
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हरिद्वार के मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती का कहना है कि ड्रोन प्रत्येक क्षेत्र में आवास, दुकान आदि के ऊपर से ड्रोन गुजरेगा. इस दौरान जीपीएस मैपिंग के जरिए सभी आवास, दुकानों की जानकारी आ जाएगी. ये पूरा सर्वे जीआईएस कंपनी करेगी. सर्वे के आधार पर पूरी रिपोर्ट तैयार कर कंपनी नगर निगम को सौंपेगी. जिसके बाद सभी आवासीय और कर्मिशियल भवन, दुकानों से टैक्स लगाने की कार्रवाई होगी.