हरिद्वार: उत्तराखंड में आचार संहिता लगने के बाद सभी विधानसभाओं में पार्टियों के लगे पोस्टर व बैनर को नगर निगम और पालिका द्वारा उतारा जा रहा है. इसी कड़ी में आज हरिद्वार की रानीपुर विधानसभा क्षेत्र में लगे पार्टियों के पोस्टर व बैनर उतारे जा रहे थे. इसी दौरान विधायक आदेश चौहान का पोस्टर आचार संहिता के तहत उतारना एक शिवालिक नगर पालिका कर्मचारी को महंगा पड़ गया. पालिका कर्मी जैसे ही शिवालिक नगर पालिका क्षेत्र में झंडे और पोस्टर हटा रहा था, तभी बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गए. फिर क्या था भीड़ ने पालिका के कर्मचारी को घेर लिया और उसकी जमकर धुनाई कर दी.
बताया जा रहा है कि कर्मचारी चुनाव आयोग की गाइडलाइन अनुसार शहर भर में पोस्टर और बैनर उतार रहा था. तभी एक घर के बाहर वह जैसे ही पोस्टर हटाने लगा, तभी बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उसे घेर लिया और पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया. बाद में मामले की जानकारी मिलते ही विधायक आदेश चौहान भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कर्मचारी को ज्ञान देते हुए कहा कि किसी की पर्सनल प्रॉपर्टी पर तीन झंडे और एक बैनर लगाना आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है, लेकिन घर के मालिक की उसमें रजामंदी होनी चाहिए. वहीं विधायक ने दोनों पक्षों से मामला रफा-दफा करने के लिए कहा, लेकिन कर्मचारी की तरफ से थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.
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सिडकुल थाना प्रभारी प्रमोद उनियाल ने कहा शिवालिक नगर पालिका की एक टीम सिडकुल क्षेत्र में होर्डिंग उतारने पहुंची थी. आरोप है कि रानीपुर विधायक आदेश चौहान के होर्डिंग पोस्टर उतारने पर उनके समर्थकों ने टीम को घेर लिया और कार्रवाई का विरोध किया. कर्मचारियों के होर्डिंग उतारने पर गाली गलौज करते हुए विधायक समर्थकों ने पालिकाकर्मी से मारपीट की. जिसके विरोध में कर्मचारी थाने पहुंच गए और पुलिस को तहरीर दी. पालिका कर्मचारी शोभित राज की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने और आचार सहिंता के उल्लंघन सहित अन्य धाराओं मुकदमा दर्ज किया गया है.