लक्सर: देश में कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन का रविवार को सातवां दिन रहा. लेकिन, लोगों के सामने खड़ी हुई परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. जहां हर किसी को अपने घर पहुंचने का इंतजार है तो हर कोई कोशिश कर रहा है कि वह अपने घर तक कैसे पहुंचे. इतना ही नहीं लोगों के सामने रोजगार से लेकर खाने-पीने तक की समस्या खड़ी हो गई है.
बता दें कि अपने घरों तक जाने के लिए कोई साधन न मिल पाने के कारण हजारों लोगों ने पैदल ही चल पड़े है. जिसमें बच्चे, बूढ़े, युवा और औरतें सभी शामिल हैं. इस दौरान हर कोई अपने घर पहंचने का कोशिश कर रहा है. दरअसल, लॉकडाउन से प्रदेश में ज्यादातर फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं. जिसमें दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूर आज सड़कों पर भटकने को मजबूर हो रहे हैं. वहीं, इन लोगों के पास ना ही तो खाने पीने का सामान है और न ही इनकी जेब में पैसा है. जिसके कारण हालात इतने खराब है कि लोग भूखे पेट यात्रा कर रहे हैं. वहीं प्रशासन भी ऐसा कोई ठोस कदम नहीं उठता हुआ नहीं दिख रहा हैं. जिससे ये लोग अपने घर पहुंच जाएं.
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वहीं, लक्सर के एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया के इस तरह के कई लोग है जो सड़क और रेल की पटरियों के माध्यम से अपने घरों की ओर जा रहे है. ऐसे लोगों को समझाया जा रहा है कि उनके लिए रैन बसेरों में खाने पीने की व्यवस्था है. इसलिए वह ऐसे समय में यात्रा न करें.