रुड़की: नगर निगम के सामने गंगनहर घाट से हटाई गई संत रविदास की मूर्ति को वापस उसी स्थान पर स्थापित करने की मांग स्थानीय लोग कर रहे हैं. वहीं इस मामले में दलित समाज के लोगों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा है.
गौरतलब है कि, रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत गंगनहर किनारे रखी गई संत रविदास की मूर्ति को प्रशासन ने वीडियोग्राफी कराते हुए दूसरी जगह शिफ्ट करा दिया था. जिसके बाद दलित समाज व भीम आर्मी के लोगों ने इसका विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया था. प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच इस बात को लेकर सहमति बनी थी कि संबंधित विभाग से अनुमति लेने के बाद मूर्ति को उक्त स्थान पर स्थापित किया जाएगा. जिसको लेकर भीम आर्मी और दलित समाज के लोग रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से मिले और एक ज्ञापन सौंपकर नियमानुसार मूर्ति स्थापित करने की मांग की.
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भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह ने बताया कि पिछले करीब 80 वर्षों से संत रविदास महाराज की शोभायात्रा रुड़की नगर निगम के समीप घाट पर संपन्न होती आई है. इस वर्ष भी शोभायात्रा संपन्न होने के बाद उक्त घाट पर संत रविदास की मूर्ति को स्थापित किया था, लेकिन प्रशासन ने उसे वहां से हटा दिया. जिसकी जानकारी होने पर दलित समाज के लोगों ने इसका विरोध किया. उन्होंने बताया इस संबंध में ज्ञापन रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामी बंसल को सौंपा गया है. जिसमें संबंधित विभाग को सूचनार्थ करते हुए उक्त स्थान पर मूर्ति स्थापित करने के लिए अनुमति मांगी गई है. उन्होंने बताया नियमानुसार मूर्ति को उसी स्थान पर स्थापित किया जाएगा इसके लिए समाज के जिम्मेदार लोगों की एक कमेटी भी बनाई गई है, जो मूर्ति स्थापित करने के लिए काम करेगी.