हरिद्वार: तीर्थ नगरी हरिद्वार में साल 2021 में महाकुंभ का आयोजन किया जाना है, जो कि कोरोनाकाल के दौरान ही आयोजित होगा. आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने सभी अटकलों पर पूर्णत: विराम लगा दिया है. उनका कहना है कि महाकुंभ का आयोजन अपने तय समय पर ही होगा.
दरअसल कोरोना महामारी के चलते ये कयास लगाए जा रहे थे कि महाकुंभ इस बार एक साल आगे खिसक जाएगा. क्योंकि महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल पर होता है. महाकुंभ के आयोजन को लेकर तमाम आशंकाओं को निराधार बताते हुए संन्यासियों के सबसे बड़े जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने कहा कि इस बार महाकुंभ का योग कई शताब्दियों के बाद 11 सालों में बना है. लिहाजा महाकुंभ के आयोजन को स्थगित करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता. महाकुंभ 2021 में ही होगा और अपने समय पर ही होगा. उन्होंने बताया कि पहला शाही स्नान 11 मार्च को होगा.
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आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी के अनुसार अगर महाकुंभ के समय भी स्थितियां ऐसे ही रहीं तो प्रतीकात्मक रूप से महाकुंभ स्नान होगा. लेकिन किसी भी कीमत पर कुंभ के समय में बदलाव नहीं किया जा सकता. वहीं, ज्योतिषियों के अनुसार जब मेष राशि में सूर्य और कुंभ राशि में बृहस्पति विराजमान होते हैं, तब हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन होता है और यह संयोग साल 2021 में ही बन रहा है.