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हरिद्वार: 25 जनवरी से होगा मां बगलामुखी का महायज्ञ, भूमानंद घाट पर होगा आयोजन

आगामी 25 जनवरी से 3 फरवरी तक मां बगलामुखी के महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा. जिसका मुख्य उदेश्य हिंदू धर्म के अस्तित्व को सुरक्षित बनाए रखना है.

Mahayagya News of Maa Bangalamukhi
प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम
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Published : Jan 18, 2020, 10:51 PM IST

Updated : Jan 19, 2020, 12:51 PM IST

हरिद्वार: आगामी माघ मास के गुप्त नवरात्रों में आगामी 25 जनवरी से 3 फरवरी तक भूमानंद घाट स्थित गंगा तट पर मां बगलामुखी का महायज्ञ आयोजन किया जाएगा. अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंघानंद सरस्वती ने मां बगलामुखी के महायज्ञ की जानकारी देते हुए कहा कि इस महायज्ञ का मुख्य उदेश्य हिंदू धर्म के अस्तित्व को बनाए रखना है.

आगामी 25 जनवरी से 3 फरवरी तक होगा महायज्ञ.

अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंघानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदू धर्म खतरे में है. वहीं, बहारी देशों से आए लोगों ने भारत का महौल बिगाड़ने का कार्य किया है. आज पूरे भारत में असमंजस का माहौल पैदा हो चुका है. चाहे बात जेएनयू की हो या फिर बात नागरिकता संशोधन कानून को की, हर तरफ अराजकता का माहौल है. ऐसे में हिंदू धर्म का अस्तित्व खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है.

ये भी पढ़ें: देहरादून: IIP ने ईजाद किया पीएनजी बर्नर, 30 फीसदी ईंधन की होगी बचत

यति नरसिंघानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदू धर्म की रक्षा और सुरक्षा को लेकर संत समाज गंगा तट पर मां बगलामुखी का महायज्ञ करेंगे. जिसमें मां बगलामुखी से हिंदू धर्म का अस्तित्व बनाए रखने और विश्व शांति की कामन की जाएगी.

हरिद्वार: आगामी माघ मास के गुप्त नवरात्रों में आगामी 25 जनवरी से 3 फरवरी तक भूमानंद घाट स्थित गंगा तट पर मां बगलामुखी का महायज्ञ आयोजन किया जाएगा. अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंघानंद सरस्वती ने मां बगलामुखी के महायज्ञ की जानकारी देते हुए कहा कि इस महायज्ञ का मुख्य उदेश्य हिंदू धर्म के अस्तित्व को बनाए रखना है.

आगामी 25 जनवरी से 3 फरवरी तक होगा महायज्ञ.

अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंघानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदू धर्म खतरे में है. वहीं, बहारी देशों से आए लोगों ने भारत का महौल बिगाड़ने का कार्य किया है. आज पूरे भारत में असमंजस का माहौल पैदा हो चुका है. चाहे बात जेएनयू की हो या फिर बात नागरिकता संशोधन कानून को की, हर तरफ अराजकता का माहौल है. ऐसे में हिंदू धर्म का अस्तित्व खतरे में पड़ता दिखाई दे रहा है.

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यति नरसिंघानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदू धर्म की रक्षा और सुरक्षा को लेकर संत समाज गंगा तट पर मां बगलामुखी का महायज्ञ करेंगे. जिसमें मां बगलामुखी से हिंदू धर्म का अस्तित्व बनाए रखने और विश्व शांति की कामन की जाएगी.

Intro:एंकर :— हरिद्वार के प्रेस क्लब में  यति नरसिंघानन्द सरस्वती  ने बताते हुए कहा कि आने वाले में माघ मास के गुप्त नवरात्रो में 25 जनवरी से लेकर 3 फरवरी तक हरिद्वार के भूमानन्द घाट स्थित गंगा घाट पर  माँ बंगलामुखी का  महायज्ञ    का आयोजन किया जाना है । उन्होने पत्रकारो से बात चीत करते हुए कहा कि, इस महायक्ष का मुख्य उदेश्य है कि , जिस तरह आज के समय में हिन्दू धर्म खतरे में है जिस तरह देख में हालात बीगड़ रहे है उस सब चीजो को ध्यान में रखते हुए हिन्दू धर्म के अस्तित्व  को सुरक्षित करने के लिए यह महायक्ष किया जाएगा ।Body:vo-   यति नरसिंघानन्द सरस्वती   महाराज ने बताया कि , हिन्दू धर्म खतरे में जहा बहार से आए लोगो ने भारत का महौल बीगाडने का कार्य किया है। आज पूरे भारत में असमन्जस का माहौल पैदा हो चुका है । चाहे बात जेएनयू की हो या फीर बात नागररिकता संशोधन कानून को लेकर हो । देश में महौल बीगड़ चुका है । हम  हिन्दू धर्म का अस्तित्व खतरे में है जिसकी सुरक्षा को लेकर  संत समाज गंगा तट पर माँ बंगलामुखी का महायज्ञ  करेंगे और माँ से कामना करेंगे की हिन्दुओ के अस्तित्व को बचाने  में मदद करे।  Conclusion:बाईट :— यति नरसिंघानन्द सरस्वती
Last Updated : Jan 19, 2020, 12:51 PM IST
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