लक्सर: भोगपुर में अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. किसानों की राजस्व भूमि पर देर रात्रि मशीनें लगाकर अवैध खनन किया जा रहा है. अवैध खनन से किसानों और खनन व्यवसाई सभी परेशान हैं. परेशान खनन व्यवसायियों ने रविवार को भोगपुर में किसानों को साथ लेकर धरना दिया. इनका कहना है की अवैध खनन के कारोबार चरम सीमा पार करने से उनको भारी नुकसान हो रहा है.
निगम के खनन पट्टा धारकों ने आरोप लगाया है कि उनका बोल्डर स्टोन क्रशर नहीं खरीद रहे हैं क्योंकि उन्हें अवैध खनन से मिलने वाला बोल्डर सस्ता मिल जाता है, जबकि निगम के पट्टे से उठने वाला बोल्डर महंगा पड़ रहा है. खनन पट्टा धारकों का कहना है कि हमारी खनन रॉयल्टी महंगी है. हमारे टेंडर महंगे हुए हैं, जिस कारण हमें अपना बोल्डर महंगा बेचना पड़ रहा है. स्टोन क्रशर को अवैध खनन बेहद सस्ता पड़ता है, जिसके चलते वह हमारा माल नहीं खरीद रहे हैं.
वहीं, किसानों का कहना है कि भोगपुर, हरसीवाला और धारीवाला गांव सहित और भी कई गांव में राजस्व की जमीन को अवैध खनन माफिया ने रातों रात खोद डाला है, जिसकी शिकायत नीचे से लेकर ऊपर तक की गई लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. राजस्व की जमीन को खनन माफिया ने रातों-रात तालाबों में तब्दील कर दिया. पुलिस हो या राजस्व प्रशासन कोई भी उनकी समस्या का समाधान नहीं निकाल रहा है. ऐसे में उनको मजबूरन धरने पर बैठना पड़ रहा है.
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किसानों और खनन पट्टा खारकों का कहना है कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, वो धरने पर बैंठेंगे. हालांकि, आज रविवार होने पर कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. फोन पर वार्ता की गई तो कहा गया कि अवैध खनन किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.