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नरभक्षी गुलदार को पकड़ने में नाकाम वन महकमा,  दहशत में लोग

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Published : Nov 2, 2019, 10:07 AM IST

Updated : Nov 2, 2019, 11:06 AM IST

भेल क्षेत्र में नरभक्षी गुलदार को पकड़ने में लगातार नाकाम हो रहा वन प्रभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए कई जगह पिंजरे लगाए हैं. वन विभाग द्वारा टीमें भी गठित की गई है, लेकिन उसके बावजूद भी गुलदार को पकड़ा नहीं जा सका है.

नरभक्षी गुलदार का आतंक.

हरिद्वार: धर्मनगरी के भेल क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके नरभक्षी गुलदार की वजह से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. गुलदार के रिहायशी इलाकों में आ जाने के कारण वन प्रभाग इसे पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है. वहीं, भेल फैक्ट्री के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने वन मंत्री, जिलाधिकारी और डीएफओ को लोगों गुलदार से निजात दिलाने के लिए नोटिस भेजा है. साथ ही कोई अनहोनी होने पर तीनों की जिम्मेदारी होने की बात कही है.

नरभक्षी गुलदार का आतंक.

अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया कि गुलदार रिहायशी इलाके में लगातार आ रहा है, यहां छोटे-2 बच्चे भी गुजरते हैं. साथ ही यहां कई कंपनियां भी हैं, जहां पर हजारों लोग काम करते हैं. लेकिन, वन मंत्री हरिद्वार जिलाधिकारी और डीएफओ प्रभाग का ध्यान इस तरफ नहीं है. जबकि गुलदार कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है.

ये भी पढ़ें: पिथौरागढ़ उपचुनाव: प्रकाश पंत के राजनीतिक सफर को बढ़ाएंगी चंद्रा, भावुक होकर बताई पति की आखिरी इच्छा

डीएफओ वन प्रभाग आकाश वर्मा ने बताया कि राजाजी टाइगर रिजर्व की काफी सीमा बीएचएल हरिद्वार से लगी हुई है. इस क्षेत्र में जंगली जानवरों को रोकने के लिए एक दीवार भी बनाई गई है. कई जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण वन जीव रात्रि के समय में रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं. आबादी क्षेत्र में लगातार आ रहे गुलदार को पकड़ने के लिए कई जगह कैमरे भी लगाए गए हैं. गुलदार को पकड़ने के लिए वन प्रभाग द्वारा चार टीमें बनाई गई हैं, जो इसके आने जाने पर निगरानी रख रही हैं. शाम होने पर हमारे द्वारा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है.

हरिद्वार: धर्मनगरी के भेल क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुके नरभक्षी गुलदार की वजह से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. गुलदार के रिहायशी इलाकों में आ जाने के कारण वन प्रभाग इसे पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है. वहीं, भेल फैक्ट्री के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने वन मंत्री, जिलाधिकारी और डीएफओ को लोगों गुलदार से निजात दिलाने के लिए नोटिस भेजा है. साथ ही कोई अनहोनी होने पर तीनों की जिम्मेदारी होने की बात कही है.

नरभक्षी गुलदार का आतंक.

अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया कि गुलदार रिहायशी इलाके में लगातार आ रहा है, यहां छोटे-2 बच्चे भी गुजरते हैं. साथ ही यहां कई कंपनियां भी हैं, जहां पर हजारों लोग काम करते हैं. लेकिन, वन मंत्री हरिद्वार जिलाधिकारी और डीएफओ प्रभाग का ध्यान इस तरफ नहीं है. जबकि गुलदार कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है.

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डीएफओ वन प्रभाग आकाश वर्मा ने बताया कि राजाजी टाइगर रिजर्व की काफी सीमा बीएचएल हरिद्वार से लगी हुई है. इस क्षेत्र में जंगली जानवरों को रोकने के लिए एक दीवार भी बनाई गई है. कई जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण वन जीव रात्रि के समय में रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं. आबादी क्षेत्र में लगातार आ रहे गुलदार को पकड़ने के लिए कई जगह कैमरे भी लगाए गए हैं. गुलदार को पकड़ने के लिए वन प्रभाग द्वारा चार टीमें बनाई गई हैं, जो इसके आने जाने पर निगरानी रख रही हैं. शाम होने पर हमारे द्वारा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है.

Intro:हरिद्वार भेल क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने नरभक्षी गुलदार की वजह से क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है नरभक्षी गुलदार हर रोज रिहायशी इलाकों में आ रहा है मगर वन प्रभाग इसे पकड़ने में नाकाम साबित हो रहा है वन प्रभाग द्वारा कई जगह इस गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए गए हैं मगर यह नरभक्षी गुलदार अभी तक वन प्रभाग की पकड़ से बाहर है नरभक्षी गुलदार के आतंक से लोगों को बचाने के लिए भेल फैक्ट्री के स्थाई अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने वन मंत्री हरक सिंह रावत हरिद्वार जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी और डीएफओ अकाश वर्मा को गुलदार को जल पकड़ने या खत्म करने के लिए नोटिस भेजा है और इसमें लिखा गया है कि अगर भविष्य में इस गुलदार की वजह से कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी इन तीनों की ही होगीBody:भेल क्षेत्र में इस नरभक्षी गुलदार ने अपना आतंक मचाया हुआ है हर रोज यह नरभक्षी गुलदार रिहायशी क्षेत्रों में आकर पालतू जानवरों का शिकार कर रहा है इस नरभक्षी गुलदार द्वारा एक व्यक्ति की भी जान ले ली गई है लोगों में इस नरभक्षी गुलदार की वजह से आतंक का माहौल बना हुआ है वन विभाग द्वारा इस नरभक्षी को पकड़ने के लिए कई पिजड़े तो लगाए गए हैं मगर अभी तक यह नरभक्षी गुलदार वन विभाग के पिंजरे में कैद नहीं हो पाया है इसी को लेकर भेल फैक्ट्री के स्थाई अधिवक्ता अरुण भदोरिया द्वारा वन मंत्री हरिद्वार जिलाधिकारी और डीएफओ वन प्रभाव को नोटिस भेज इस गुलदार को जल पकड़ने की मांग की है अधिवक्ता अरुण भदौरिया का कहना है कि जिस क्षेत्र में गुलदार लगातार आ रहा है यहां पर काफी रिहायशी इलाका है छोटे बच्चे भी यहां से गुजरते हैं और कई कंपनियां भी है जहां पर हजारों लोग कार्य करते हैं मगर वन मंत्री हरिद्वार जिलाधिकारी और डीएफओ प्रभाव इनका ध्यान इस तरफ नहीं है इनक पास सारी सूचनाएं है कि यह गुलदार कोई भी बड़ा हादसा कर सकता है
इस नरभक्षी गुलदार ने एक व्यक्ति की जान भी ली है और कल एक महिला के ऊपर फैक्ट्री में ही हमला कर दिया था मगर इसके बावजूद भी वन प्रभाव द्वारा इस गुलदार को नहीं पकड़ा गया है अगर वह इस गुलदार को नहीं पकड़ सकते तो गुलदार को गोली मार देनी चाहिए मेरे द्वारा वन मंत्री जिलाधिकारी और डीएफओ को एक लीगल नोटिस भेजा गया है उसमें यह कहा गया है कि आप तत्काल नोटिस मिलते ही गुलदार को पकड़ने की कार्रवाई करें या इसको जान से मारा जाए मेरे द्वारा नोटिस में यह भी चेतावनी दी गई है अगर इनके द्वारा यह कार्रवाई नहीं की गई और कोई अनहोनी घटना होती है तो यह तीनों ही जिम्मेदार होंगे

बाइट--अरुण भदोरिया----भेल फैक्ट्री स्थाई अधिवक्ता

नरभक्षी गुलदार को पकड़ने में लगातार नाकाम हो रहा वन प्रभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए कई जगह पिंजरे लगाए हैं और वन विभाग द्वारा टीमें भी गठित की गई है मगर उसके बावजूद भी गुलदार को पकड़ा नहीं जा सका है डीएफओ वन प्रभाग अकाश वर्मा का कहना है कि राजाजी टाइगर रिजर्व की काफी सीमा बीएचएल हरिद्वार से सटी हुई है इस क्षेत्र में जंगली जानवरों को रोकने के लिए एक दीवार भी बनाई गई है वह कई जगह से क्षतिग्रस्त है ऐसे में सामान्य बात है कि वन जीव रात्रि के समय में रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं और इस क्षेत्र में एक गुलदार लगातार आ रहा है इस गुलदार द्वारा 26 तारीख को एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया गया है गुलदार के आने से लोगों में भी भय बना हुआ है अभी तक हमको जो जानकारी मिली है यह एक ही गुलदार है जो मानव आबादी क्षेत्र में लगातार आ रहा है इस गुलदार को पकड़ने के लिए कई जगह कैमरे भी लगाए गए हैं गुलदार के आने का क्षेत्र चिन्हित हो चुका है गुलदार को पकड़ने के लिए वन प्रभाग द्वारा चार टीमें बनाई गई है जो इसके आने जाने पर निगरानी रख रही है शाम होने पर हमारे द्वारा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है गुलदार को पकड़ने के लिए हमारे द्वारा क्षेत्र में चार पिंजरे भी लगाए गए हैं मगर अभी तक पिंजरे में गुलदार पकड़ा नहीं जा सका है लोगों द्वारा सूचना मिलने पर हम पिंजरो की लोकेशन भी बदल रहे हैं हम अपेक्षा करते हैं कि इस गुलदार को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा

बाइट--आकाश वर्मा----डीएफओ----हरिद्वारConclusion:नरभक्षी गुलदार लोगों के लिए आतंक का पर्याय बना हुआ है वन प्रभाग द्वारा इस गुलदार को पकड़ने के लिए कई पिंजरे भी लगाए गए और कैमरे से भी इस गुलदार की मॉनिटरिंग की जा रही है मगर उसके बावजूद भी यह नरभक्षी गुलदार वन प्रभाग के शिकंजे से दूर ही है अब इस गुलदार को पकड़ने या मारने के लिए भेल फैक्ट्री के स्थाई अधिवक्ता अरुण भदोरिया द्वारा वन मंत्री जिला अधिकारी और डीएफओ हरिद्वार को नोटिस भेजकर कार्रवाई की मांग की है अगर कार्रवाई नहीं होती है तो अरुण भदोरिया ने इन तीनों पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है अब देखना होगा वन प्रभाव कब तक इस नरभक्षी गुलदार को पकड़कर लोगों को राहत देता है
Last Updated : Nov 2, 2019, 11:06 AM IST
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