रुड़कीः देवभूमि के प्रवेश द्वार रुड़की और मंगलौर बस अड्डा (Roorkee and Mangalore bus stand) अपनी बदहाली के आंसू रो रहा है. प्रदेश सरकार यात्रियों की बेहतर सुविधा के लिए कई योजनाएं चलाने का दावा कर रही है, जिससे यात्रियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े. लेकिन प्रशासनिक अधिकारी सरकार के तमाम दावों को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है. यात्रा में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु देवभूमि में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. देवभूमि के प्रवेश द्वार पर बने रुड़की और मंगलौर बस अड्डे पर यात्रियों की सुविधा के लिए कोई इंतजाम (no arrangement for passengers at bus stand) नहीं किया गया है. रोजाना हजारों की संख्या में यात्री रुड़की और मंगलौर से सफर करते हैं. लेकिन बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए कोई विश्राम कक्ष तक उपलब्ध नहीं है. यहां तक कि यात्रियों के बैठने के लिए बेंच तक नहीं है.
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इसके अलावा पानी की समस्या से लेकर तमाम सुविधाओं का टोटा बना हुआ है. जबकि रोडवेज बस स्टैंड के साथ-साथ प्राइवेट गाड़ियों के इंतजार में भी यात्री घंटों खड़े रहते हैं. इस भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप से बचाव के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. वहीं मंगलौर नगर पालिका प्रशासन रोडवेज विभाग पर लापरवाही का ठीकरा फोड़ रहा है. ऐसी में विभागीय व प्रशासनिक अधिकारियों की पोल खुलती नजर आ रही है.