भगवानपुर: खूनी कंपनियों में एक के बाद एक परिवारों के चिराग बुझ रहे हैं. लेकिन मृतकों के परिजनों को कंपनी की ओर से किसी प्रकार की कोई आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है. मजदूरों के परिजनों का कहना है कि कंपनी में बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के काम करवाया जाता है. जिसका खामियाजा मजदूरों को अपनी जान से हाथ धोकर भुगतना पड़ता है.
मामला भगवानपुर थाने के रायपुर औद्योगिक क्षेत्र की कामा मेटल कंपनी का है. जहां बीते मंगलवार सहारनपुर के रहने वाले राकेश नाम के श्रमिक की मौत हो गई. मौत की खबर मिलते ही श्रमिक के परिजनों में कोहराम मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मिली जानकारी के अनुसार अब तक कंपनी में यह तीसरे मजदूर की मौत है. बताया जा रहा है कि मृतक मजदूर कंपनी में क्रेन पर काम कर रहा था. तभी उसका संतुलन बिगड़ गया.
मृतक की पत्नी ने कंपनी सुपरवाइजर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति से जबरदस्ती जोखिम भरा काम कराया जाता था. मृतक की पत्नी ने कहा कि मना करने के बाद भी उसके पति से बिना किसी सुरक्षा उपकरण के खतरों का काम लिया जाता था. वहीं अगर बात कंपनी के मजदूरों की करें उनका भी कहना है कि काम के दौरान मजदूरों को किसी तरह की सेफ्टी नहीं दी जाती थी. इसके अलावा मजदूरों ने फर्स्ट एड बॉक्स को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े किये.
वहीं, पीड़ित परिवार ने कहा है कि मृतक पिछले दस सालों से कंपनी में काम करता आ रहा था. जिसका उसे कोई पीएफ और ईएसआई भी नहीं दिया गया. परिजनों ने कहा कि कंपनी मानकों को ताक पर रख कर मौत का खेल रही है.