हरिद्वार: दिनदहाड़े हरिद्वार में बैंक्वट हॉल ओनर के बेटे की किडनैपिंग की कोशिश (Kidnapping case turned out to be fake in Haridwar) की मामला पुलिस की जांच में झूठा निकला. एसएसपी अजय सिंह (SSP Ajay Singh) ने बताया बच्चा ट्यूशन नहीं जाना चाहता था. जिसको लेकर उसकी मां ने उसे दोपहर में डांट लगाई. जिसके बाद बच्चे ने ट्यूशन जाने से बचने के लिए और घर पर ही रहने के लिए अपहरण की फर्जी कहानी घरवालों को बताई. जिसके बाद घरवालों ने कोतवाली ज्वालापुर पुलिस को इसकी सूचना दी. बच्चे ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है.
बता दें शुक्रवार दोपहर कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र के व्यस्ततम बाजार से एक 11 साल के बच्चे के अपहरण की प्रयास की सूचना ने पुलिस को मिली. कुछ ही घंटों में पुलिस ने मामले की जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया. बच्चे ने सिर्फ ट्यूशन जाने से बचने के लिए अपने अपहरण के प्रयास की झूठी कहानी सुना कर सब की नींद उड़ा दी थी.
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क्या था मामला: बता दें हरिद्वार पीठ बाजार में रहने वाले अनुराग झा के शहर में तीन अलग अलग बैंक्वट हॉल हैं. उनका 11 वर्षीय बेटा देव रोजाना की तरह घर के पास ट्यूशन पढ़ने के लिए घर से साइकिल पर सवार होकर निकला था. आरोप है कि घर से चंद कदम की दूरी पर पहुंचते ही दो अलग अलग दोपहिया वाहन पर सवार रहे चार लोगों ने उसे रोक लिया.दो युवकों ने उसे अपने दोपहिया वाहन पर जबरन बैठा लिया, जबकि एक युवक उसकी साइकिल लेकर चलने लगा. चौथा युवक अपने दोपहिया वाहन पर पीछे पीछे हो लिया. कुछ दूरी पर पहुंचने पर एक साधु वेशधारी को देखकर उसे ले जा रहे युवकों ने दोपहिया वाहन रोक लिया, जिसके बाद वह उसके पैर छूने में व्यस्त हो गए. इसी दौरान वह बचकर भाग निकलने में कामयाब रहा. जैसे तैसे घर पहुंचे मासूम ने अपने परिजन को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया. मां ने इस संबंध में जानकारी अपने पति को दी.